तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी नेता जी विवेकानंद ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने हैदराबाद में राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में वापसी की। पेद्दापल्ली के पूर्व सांसद अगस्त 2019 में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) से भाजपा में शामिल हुए थे और भाजपा की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष बने थे।

विसाका इंडस्ट्रीज के वाइस-चेयरमैन और V6 तेलुगु समाचार चैनल और तेलुगु समाचार पत्रों के प्रमोटर विवेकानंद जून 2016 में बीआरएस में शामिल हुए। उन्हें मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा राज्य सरकार का सलाहकार नियुक्त किया गया था।

2009 में पेद्दापल्ली सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जीते थे

66 वर्षीय विवेकानंद ने 2009 में पेद्दापल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। वह 2014 में बीआरएस के बाल्का सुमन से हार गए थे। विवेकानद के पिता जी वेंकट स्वामी पेद्दापल्ली से तीन बार सांसद रहे, उन्होंने 1989, 1991 और 1996 में जीत हासिल की थी।

2019 में बीजेपी में हुए थे शामिल

हालांकि, 2019 के चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने दुब्बाका और हुजूराबाद में हुए उपचुनावों में भाजपा की जीत के लिए योजना बनाने और रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मुनुगोडे उपचुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, हालांकि भाजपा इस चुनाव में बीआरएस से हार गई थी। हाल ही में, विवेकानंद ने बीजेपी की गतिविधियों से अलग रहना शुरू कर दिया था और पार्टी कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए।

सूत्रों ने कहा कि जी विवेकानंद अपने और अपने बेटे जी वामसी के लिए कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं, जो बुधवार को राहुल गांधी के साथ बैठक में भी शामिल हुए थे। वामसी विसाका इंडस्ट्रीज में संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं।