आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव परिणामों से घबरा गई है और इसलिए उसने विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के दो मुख्यमंत्रियों को जेल भेज दिया है। लोकसभा चुनाव के लिए पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र के पूरनपुर से अपनी पार्टी के अभियान की शुरुआत करते हुए अखिलेश ने कहा: “बीजेपी घबरा गई है। घबराहट की स्थिति में इसने दो राज्यों – दिल्ली और झारखंड – के मुख्यमंत्रियों को जेल भेज दिया है…।
BJP पर एक माफिया को अपनी पार्टी में लाने का आरोप
उन्होंने कहा कि जो लोग 400 पार का नारा लगा रहे हैं, इस बार वे यूपी से हार जाएंगे। उन्हें डर है कि वे 400 सीटें खो देंगे। वे दहशत में हैं। और इसलिए उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) और झारखंड के सीएम (हेमंत सोरेन) को भी जेल भेज दिया है।” अखिलेश ने कहा, “यदि वे 400 सीटों का आंकड़ा पार कर रहे थे, तो वे सभी प्रकार के नेताओं को क्यों स्वीकार कर रहे हैं? मैं सुन रहा हूं कि वे बरेली में एक माफिया को पार्टी में लाए हैं। उन्होंने उन लोगों को स्वीकार कर लिया है जो दिन भर उनके साथ दुर्व्यवहार करते थे। यूपी में ऐसी पार्टियां थीं, जिनके साथ अब बीजेपी ने गठबंधन कर लिया है।”
अखिलेश ने कहा- देश में चुनावी बांड योजना से बढ़ी महंगाई
बीजेपी सरकार की लाई हुई और अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा रद्द कर दी गई चुनावी बांड योजना को देश में महंगाई से जोड़ते हुए अखिलेश ने कहा, ‘जब से बीजेपी सत्ता में आई है, उन्होंने डीजल, पेट्रोल की कीमतें बढ़ा दी हैं। आपको हिसाब लगाना चाहिए कि पिछले 10 साल में कीमतें कितनी बढ़ी हैं। जब उन्हें महंगाई रोकनी चाहिए थी तो उन्होंने धन इकट्ठा करना शुरू कर दिया। आपने पढ़ा होगा कि वे दावा कर रहे हैं कि भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन अगर कोई भ्रष्टाचार बढ़ा रहा है तो वह बीजेपी ही है।’
सपा नेता बोले- गैर मुनाफे वाली कंपनियों से वसूले गये धन
उन्होंने भ्रष्टाचार का नया तरीका शुरू कर दिया है। उन्होंने ये चुनावी बांड बनाए हैं। इनके जरिये वे वसूली कर रहे हैं। जिन कंपनियों ने कोई मुनाफ़ा नहीं कमाया, सरकार ने उनसे भी जबरन वसूली की। यह सरकार ऐसी है कि उन्होंने बड़े व्यापारिक घरानों को सीबीआई, ईडी से धमकाया और पैसे वसूले। इस तरह की जबरन वसूली कहीं नहीं देखी गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की पहचान ‘झूठ’ और ‘लूट’ है।
बीजेपी पर नोटबंदी और चुनावी बांड के माध्यम से अपने “काले धन” को सफेद धन में बदलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा: “महंगाई इस सरकार द्वारा उगाही किए गए धन के कारण है। जिन व्यापारियों से वे पैसा वसूलते हैं, क्या वे मुनाफा नहीं कमाएंगे। क्योंकि वे मुनाफा कमा रहे हैं, इसलिए मुद्रास्फीति है और क्योंकि वहां भ्रष्टाचार है, इसलिए मुद्रास्फीति है। और अगर इसके लिए कोई जिम्मेदार है तो वह बीजेपी है।”
उन्होंने कहा कि यूपी के लोग यह तय करेंगे कि जो लोग 2014 में सत्ता में आए, उन्हें 2024 में सत्ता से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ”यूपी के लोग अगर अच्छा स्वागत कर सकते हैं तो शानदार विदाई भी दे सकते हैं। क्या आपको उनकी गारंटी याद है? जिस तरह से उन्होंने हमें कोविड महामारी के दौरान थालियां बजाने पर मजबूर किया। क्या उन्होंने किसानों की आय दोगुनी की या दो करोड़ नौकरियां दीं? बीजेपी के पास कोई गारंटी नहीं है, लेकिन घंटी है।”
उधर, जेल से रिहा होने के बाद इंडिया ब्लॉक के किसी नेता के साथ अपनी पहली मुलाकात में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। यहां उन्होंने यूपी में गठबंधन- सपा और कांग्रेस- के उम्मीदवारों को अपनी पार्टी के “बिना शर्त समर्थन” की घोषणा की। इस आशय की घोषणा अखिलेश और संजय सिंह ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में की। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि लोकसभा चुनाव “लोकतंत्र और संविधान की रक्षा” के लिए महत्वपूर्ण हैं।