Rajasthan Assembly Election Results: राजस्थान की बस्सी विधानसभा सीट पर पर मतगणना का काम पूरा हो चुका और जिसमें आए नतीजों के मुताबिक, कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मण ने 5,816 वोटों से जीत दर्ज की है। इस सीट पर बीजेपी ने चंद्र मोहन मीणा को अपना प्रत्याशी बनाया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी लक्ष्मण मीणा ने जीत दर्ज की थी।

किसे मिले कितने वोट, क्या रहा जीत का अंतर ?

बस्सी विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मण को 86,788 वोट मिले, दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी प्रत्याशी चंद्रमोहन मीणा को 80,972 वोट हासिल हुए। तीसरे पायदान पर स्वतंत्र उम्मीदवार जितेंद्र मीणा रहे जिन्हें 77,285 वोट मिले हैं। इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे थे

अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए रिजर्व जयपुर की बस्सी विधानसभा सीट राजस्थान की ऐसी विधानसभा बन चुकी है, जहां पिछले 3 विधानसभा चुनावों से कांग्रेस और भाजपा दोनों के प्रत्याशी जीत नहीं पा रहे हैं। पिछले चुनाव में भी निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े लक्ष्मण मीणा को जीत मिली थी। वहीं, साल 2008 और साल 2013 में तो भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी तीसरे और चौथे नंबर पर रहे थे। ऐसे में बस्सी विधानसभा राजस्थान की ऐसी विधानसभा बन चुकी है, जहां दोनों बड़ी पार्टियां निर्दलीय प्रत्याशियों के सामने संघर्ष करती नजर आती हैं।

बस्सी सीट पर दो रिटायर्ड अफसरों के बीच मुकाबला

बस्सी विधानसभा सीट पर चुनाव दो बड़े अफसरों के बीच होने वाला है। सत्तारुढ़ कांग्रेस ने पूर्व आईपीएस अफसर और विधायक लक्ष्मण मीणा को उम्मीदवार बनाया है। लक्ष्मण मीणा ने वीआरएस लेकर अपना पहला चुनाव कांग्रेस के ही टिकट पर 2009 में दौसा लोकसभा सीट से लड़ा था, लेकिन वो हार गए। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने लक्ष्मण मीणा को टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय ही मैदान में उतरे और चुनाव जीत गए। वहीं, 1980 बैच के रिटायर्ड IAS अफसर चंद्र मोहन मीणा को बीजेपी ने इस सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।

क्या था विधानसभा चुनाव 2018 का परिणाम?

पिछले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार लक्ष्मण मीणा को 79,878 वोट से जीत हासिल हुई थी जबकि भाजपा उम्मीदवार कन्हैया लाल को 37,114 मतदाताओं ने वोट दिया था और वह 42,764 वोटों से चुनाव हार गए थे। साल 2018 में हुए चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 20,8977 मतदाता थे। निर्दलीय चुनाव जीतने के बाद लक्ष्मण ने कांग्रेस को समर्थन दिया था।

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बस्सी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अंजू देवी ने जीत हासिल की थी। उन्हें 48,095 वोट मिले थे। एनपीईपी उम्मीदवार आवंती मीणा को 36756 वोट मिल पाए थे, और वह 11,339 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे। इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में बस्सी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार अंजू देवी को कुल 54,098 वोट हासिल हुए थे जबकि निर्दलीय प्रत्याशी कन्हैया लाल दूसरे पायदान पर रह गए थे।

निर्दलियों का पलड़ा रहता है भारी

बस्‍सी विधानसभा सीट साल 1962 में अस्तित्‍व में आई है। तब से लेकर साल 2018 तक 13 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। नौ बार भले ही बस्‍सी में भाजपा-कांग्रेस ने बाजी मारी है मगर राजस्‍थान विधानसभा चुनाव 2008 के बाद से निर्दलीय जीत रहे हैं। चुनाव में बस्सी विधानसभा सीट पर कुल वोटर्स 2,03,243 थे। जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,05,674 थी तो महिला वोटर्स की संख्या 97,569 थी। इसमें कुल 1,67,200 (83%) वोटर्स ने वोट डाले। NOTA के पक्ष में 1,558 वोट पड़े थे।