प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मथुरा स्थित श्रीकृष्ण भगवान जन्मस्थल जाएंगे और भगवान का दर्शन-पूजन करेंगे। राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच पीएम मोदी का मथुरा पहुंचना सियासी लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। मथुरा राजस्थान की सीमा पर है। पीएम मोदी मथुरा में मीराबाई जन्मोत्सव समारोह में भी शामिल होंगे। मीराबाई कृष्ण भक्त थीं और उनका जन्म राजस्थान के पाली जिले के कुड़की गांव में हुआ था। उनका विवाह मेवाड़ के सिसोदिया राजवंश में हुआ था। मथुरा के कृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम में सांसद हेमा मालिनी मीराबाई के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत करेंगी।
राजस्थान के भरतपुर में बोली जाती है ब्रज भाषा
राजस्थान में विधानसभा चुनाव प्रचार का गुरुवार को अंतिम दिन है। सभी दल वहां पर जनता का समर्थन पाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।राजस्थान के भरतपुर का क्षेत्र मथुरा से सटा हुआ है। ऐसे में मथुरा में होने वाली गतिविधियों का असर भरतपुर में दिखता है। मथुरा की ब्रज भाषा भरतपुर में भी बोली जाती है। वहां के लोगों का जीवनस्तर, रहन-सहन और सामाजिक परंपराएं मथुरा के लोगों की ही तरह है।
पीएम मोदी की यात्रा का सियासी मायने निकाले जा रहे हैं
दूसरी तरफ भाजपा के बारे में कहा जाता है कि वह प्रतीकों की राजनीति करती है। जिस तरह से छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रधानमंत्री झारखंड के खूंटी जिले में स्थित बिरसा मुंडा के गांव उलिहातु गांव गये थे, उसी तरह से राजस्थान चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रधानमंत्री यूपी के मथुरा जा रहे हैं।
झारखंड दौरे के दौरान भी यह कहा जा रहा था कि पीएम की यात्रा का मकसद आदिवासी समाज को बीजेपी से जोड़ना है। झारखंड में बड़ी संख्या में आदिवासी लोग रहते हैं और छत्तीसगढ़ में भी आदिवासियों की बड़ी आबादी है। इससे दोनों राज्यों का सियासी कनेक्शन मिलता है।
इस बीच राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोर बृहस्पतिवार शाम को थम जाएगा। राज्य में 25 नवंबर को मतदान होगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर बृहस्पतिवार को शाम छह बजे से थम जाएगा। उन्होंने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 के अनुसार मतदान की समाप्ति के लिए नियत किए गए समय से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार थम जाएगा। इस तरह 23 नवंबर को शाम छह बजे से 25 नवंबर को मतदान समाप्ति अवधि शाम छह बजे तक यह प्रभावी रहेगा। इस अवधि में कोई जनसभा या जुलूस आयोजित नहीं किया जा सकता।