Rajasthan BJP Candidate Diya Kumari: राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही चुनाव से पहले अपने कैंडीडेट्स की लिस्ट निकाल दी है। चुनाव की सरगर्मी के बीच जयपुर की विद्याधर नगर सीट सबसे चर्चित सीटों में से एक है। चर्चा की वजह यहां से बीजेपी की प्रत्याशी सांसद दीया कुमारी हैं। दीया कुमारी को वसुंधरा राजे का विकल्प भी कहा जा रहा है। इसके अलावा इनका नाम बीजेपी से सीएम पद के दावेदारों में भी है।
जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की पुत्री हैं। राजकुमारी दीया कुमारी वर्तमान में राजसमन्द से लोकसभा सांसद हैं। वह इससे पहले राजस्थान विधानसभा में सवाई माधोपुर से विधायक थी।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
दीया कुमारी की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली और जयपुर में हुई, बाद में वह आगे की पढ़ाई के लिए लंदन चली गयी। राजकुमारी परिवार की विरासत को संभालने का काम करती हैं, जिसमें सिटी पैलेस, जयगढ़ दुर्ग, आमेर और दो ट्रस्ट: महाराजा सवाई सिंह द्वितीय संग्राहलय ट्रस्ट, जयपुर और जयगढ़ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट शामिल हैं। वह दो विद्यालयों का भी कार्यभार संभालती हैं- द पैलेस स्कूल और महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल। इसके अलावा राजकुमारी तीन राजभवन होटलों- होटल राजमहल पैलेस, जयपुर, होटल जयपुर हाउस, माउंट आबु और होटल लाल महल पैलेस के प्रबंधन का कार्य भी करती हैं। राजकुमारी दीया की शादी महाराजा नरेंद्र सिंह से हुई तीन संतानें हैं। साल 2018 में उनका तलाक हो गया था।
राजनीति में एंट्री
अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी के कदमों पर चलते हुए, राजकुमारी दीया कुमारी ने भी राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने सितंबर 2013 को जयपुर में एक रैली के दौरान, गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन भाजपाध्यक्ष राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे की उपस्थिति में औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। राजकुमारी दीया 2013 में सवाई माधोपुर सीट से भाजपा के टिकट पर जीतकर विधायक बनीं। इसके बाद 2019 में राजसमंद लोकसभा सीट से सांसद बनीं।
फिल्मी है राजकुमारी की प्रेम कहानी
दीया कुमारी ने खुद अपने ब्लॉग रॉयल्टी ऑफ राजपूताना में अपनी प्रेम कहानी में लिखा था कि मैं जयपुर राजघराने से हूं, लेकिन मेरे पेरेंट्स ने मुझे खुले माहौल में सामान्य लड़की की तरह पाला है। मैं 18 साल की उम्र में पहली बार नरेंद्र सिंह राजावत से मिली थी। बीजेपी सांसद राजकुमारी दीया ने लिखा कि मुझे उनसे पहली नजर में प्यार नहीं हुआ था। जब वह अकाउंट डिपार्टमेंट की ट्रेनिंग खत्म करके चले गए, तो मुझे लगा कि मैं उनसे बार-बार मिलूं। जब भी नरेंद्र जयपुर आते, तो हम कॉमन दोस्त के यहां मिलते थे। हम दोनों ने छह साल तक एकदूसरे को जानने के बाद आखिरकार 1994 में आर्य समाज तरीके से शादी कर ली। फिर इस शादी को कोर्ट में भी रजिस्टर कराया।
राजकुमारी ने बताया कि दो साल तक अपने पेरेंट्स को नहीं बताया कि हमने शादी कर ली है। फिर नवंबर 1996 में मैंने मां को बताया कि मैंने शादी कर ली है। हालांकि, नरेंद्र सिंह के परिजनों की प्रतिक्रिया भी पॉजिटिव नहीं रही थी। उतार-चढ़ाव के बाद अगस्त 1997 को राजकुमारी दीया कुमारी की नरेंद्र सिंह के साथ भव्य तरीके से शादी हुई।