Rajasthan Pradesh Assembly Election Results: राजस्थान की तिजारा विधानसभा सीट पर मतगणना खत्म हो चुकी है। इस सीट पर आए परिणामों के मुताबिक, बीजेपी के प्रत्याशी महंद बाबा बालकनाथ (Baba Balaknath) ने कांग्रेस के इमरान खान (Imran Khan) को 6173 वोटों से पछाड़ कर जीत दर्ज की है।
किसे मिले कितने वोट, क्या रहा जीत का अंतर ?
तिजारा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रत्याशी महंत बाबा बालक नाथ को 110209 वोट मिले हैं, दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के इमरान खान को 104036 वोट मिले हैं। बाबा बालकनाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को 6173 वोटों के अंतर से हराया है। तीसरे नंबर आजाद समाज पार्टी (कांशी राम) के उदमीराम रहे, जिन्हें 8054 वोट मिले हैं।
किसे मिले कितने वोट, क्या रहा जीत का अंतर ?
तिजारा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रत्याशी महंत बालक नाथ को 109554 वोट मिले, दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को 103790 वोट मिले हैं। महंत बालक नाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को 5754 वोटों के अंतर से हराया है। तीसरे नंबर पर आजाद समाज पार्टी के उदमी राम को 8021 वोट मिले हैं।
इस सीट पर यादव, गुर्जर, मुस्लिम और एससी-एसटी समुदाय के वोटों की अच्छी खासी संख्या है। ऐसे में बीजेपी ने बालकनाथ को टिकट देकर हिंदुत्व का दांव चला है तो कांग्रेस ने मुस्लिम कार्ड खेला है, जिसके चलते मुकाबला काफी रोचक हो गया था।
वर्तमान में संदीप कुमार यादव हैं विधायक
तिजारा से वर्तमान विधायक संदीप कुमार यादव हैं, जिन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए। बालकनाथ के मुख्य प्रतिद्वंद्वी अब कांग्रेस के इमरान खान और आजाद समाज पार्टी के उदमी राम पोसवाल है।
सबसे ज्यादा आबादी किसकी?
तिजारा निर्वाचन क्षेत्र में मेव मुसलमानों के साथ-साथ यादव और दलितों की भी बड़ी आबादी है। राज्य के विश्लेषकों के अनुमान के मुताबिक, निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 1,90,000 हिंदू और 70,000 मुस्लिम हैं। हिंदुओं में यादवों की संख्या लगभग 65,000 होने का अनुमान है, जबकि बनियों की संख्या लगभग 16,000 और जाटव दलित लगभगग 13,000 हैं।
कितने वोटर, कितनी आबादी
2018 के चुनाव में तिजारा विधानसभा सीट पर 14 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला था, लेकिन अंतिम दौर तक यहां मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया. बहुजन समाज पार्टी के संदीप कुमार को 59,468 वोट मिले तो कांग्रेस के एमादुद्दीन अहमद खान के पक्ष में 55,011 वोट आए, जबकि चुनाव में बीजेपी तीसरे स्थान पर खिसक गई। बीजेपी के संदीप दायमा को 41,345 वोट मिले। यहां पर समाजवादी पार्टी के फजल हुसैन को 22,189 वोट मिले।
कड़े संघर्ष के बाद तिजारा सीट बसपा के संदीप कुमार के पक्ष में गई। उन्होंने यह चुनाव 4,457 मतों के अंतर से जीत लिया था। तब के चुनाव में तिजारा सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 2,13,153 थी, जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,13,306 थी तो महिला वोटर्स की संख्या 99,847 थी। इसमें से कुल 1,82,672 (86.1%) वोटर्स ने वोट डाले। 856 (0.4%) वोट नोटा के पक्ष में पड़े थे।
अलवर लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है तिजारा
तिजारा विधानसभा सीट अलवर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व यादव समुदाय से आने वाले बाबा बालकनाथ वर्तमान में सांसद के रूप में कर रहे हैं।
तिजारा विधानसभा में बीजेपी ने 1967 के बाद से केवल एक बार 2013 में सीट जीती है। यह सीट बीजेपी के लिए हमेशा से कठिन रही है। बाबा बालकनाथ को पूर्व विधायक मम्मन यादव की जगह पर टिकट दिया गया है।
कौन हैं बाबा बालकनाथ?
बालकनाथ अलवर के पूर्व भाजपा सांसद और हरियाणा के रोहतक में बाबा मस्तनाथ मठ के महंत दिवंगत महंत चांद नाथ योगी के शिष्य हैं। 2017 में निधन से पहले चांदनाथ ने बालक नाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। अलवर जिले के एक यादव परिवार में पैदा हुए बालक नाथ, रोहतक में बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालक नाथ के लिए प्रचार करने के लिए अलवर का दौरा किया। पिछले साल मुख्यमंत्री के रूप में आदित्यनाथ की वापसी के बाद बालक नाथ ने संवाददाताओं से कहा, “योगी जी और हमारा संप्रदाय और पंथ एक ही हैं और यह हमारे बड़े भाई की जीत है।”