कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह लोगों को गुमराह करने के लिए पार्टी के घोषणापत्र के बारे में झूठ बोल रहे हैं। खरगे हरियाणा में अपनी पहली रैली को संबोधित कर रहे थे। हरियाणा के जगाधरी में उन्होंने मोदी के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की कि कांग्रेस संपत्ति का पुनर्वितरण करने और महिलाओं का मंगलसूत्र छीनने की योजना बना रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी ने अपनी रैलियों में दावा किया है, ‘यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो यह आपकी सारी संपत्ति छीन लेगी…मंगलसूत्र, सोना, चांदी ले लेगी और इसे अन्य लोगों को दे देगी।’ खरगे ने कहा, ‘यदि आपके पास दो एकड़ जमीन है, एक एकड़ अन्य लोगों को दे देगी, यदि आपके पास दो भैंस हैं तो एक मुसलमानों को दे देगी। उन्होंने (मोदी ने) यह कहा है…हमने ऐसा नहीं कहा है।’

उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री ये चीजें कहते हैं तो फिर हम क्या कह सकते हैं? क्या ऐसे लोगों को फिर से वोट दिया जाना चाहिए? उन्होंने भीड़ से कहा, ‘वह झूठों के सरदार हैं।’ रैली में, अंबाला लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार वरूण चौधरी और आम आदमी पार्टी (आप) के कुरूक्षेत्र से उम्मीदवार सुशील गुप्ता भी मौजूद थे। हरियाणा में कांग्रेस लोकसभा की नौ सीट पर, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन में इसकी सहयोगी ‘आप’ कुरूक्षेत्र सीट पर चुनाव लड़ रही है। राज्य में 25 मई को मतदान है।

खरगे ने कहा कि गठबंधन जातिवार गणना कराएगा और यह लोगों के भले के लिए किया जाएगा, किसी की संपत्ति छीनने के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा के खिलाफ लड़ रही है। उन्होंने कहा कि आप संविधान छीन रहे हैं और हम इसके खिलाफ लड़ रहे हैं। आप लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं और हम इसके लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा लड़ाई जनता और मोदी के बीच तथा जनता और भाजपा के बीच है ‘क्योंकि लोग भाजपा से तंग आ गए हैं।’ खरगे ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने, प्रत्येक व्यक्ति के बैंक खाते में 15 लाख रुपए डालने और किसानों की आय दोगुनी करने के वादे पर भी भाजपा का जवाब मांगा। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से पूछा, ‘क्या आपको यह मिला? क्या उन्होंने (नौकरियां) दी…एक प्रधानमंत्री ऐसा झूठ कैसे बोल सकता है।’ खरगे ने लोगों से कहा, ‘प्रधानमंत्री झूठे हैं।

अपने हाथ उठाइए, वह झूठे हैं। यदि मैं ऐसे प्रधानमंत्री को झूठा कहता हूं तो इसमें क्या गलत है।’ उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा। उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार नहीं आ रही, मैं यकीन के साथ ऐसा कह सकता हूं।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी का चुनाव घोषणापत्र दलितों, गरीबों, महिलाओं, कमजोर और वंचित वर्गों, किसानों और युवाओं के लिए है।

उन्होंने कहा, ‘यह किसी विशेष समुदाय या धर्म के लिए नहीं है।’ उन्होंने अब निरस्त किए जा चुके तीन कृषि कानूनों और इनके खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन के दौरान ‘750 किसानों’ की मौत को लेकर भी मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आपने सबका साथ तो लिया, लेकिन सबका सत्यानाश कर दिया।

खरगे ने मंच से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के नेतृत्व के तहत कांग्रेस को 1984 में 414 सीट के रूप में सबसे बड़ा जनादेश मिला था। उन्होंने दलबदल रोधी कानून, संचार, आइटी और कंप्यूटरीकरण की बुनियाद रखने सहित 11 महत्त्वपूर्ण नीतियों के लिए भी उनकी सराहना की।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह राजीव गांधी ही थे जिनकी पहल पर मतदान के लिए उम्र 21 वर्ष से घटा कर 18 साल की गई। खरगे ने कांग्रेस शासन के तहत भाखड़ा बांध जैसी परियोजनाओं, और एचएमटी (हिंदुस्तान मशीन टूल्स), एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड), बीईएल (भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड) जैसी फैक्टरी स्थापित किए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने हर चीज की, इसी के कारण मोदी जी आप देश के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने कहा कि आप (मोदी) कहते हैं कि देश आपकी वजह से सुरक्षित है।

आप तो पहाड़ खोद के चूहा निकलने वाले लोग हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं जिन्होंने पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांटा और बांग्लादेश को आजाद कराया। उन्होंने कहा कि आप हमेशा कहते हैं कि मैंने यह किया और मैंने वह किया। काम तो उसे कहते हैं जो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए किया है।

खरगे ने मोदी द्वारा कांग्रेस के घोषणापत्र की तुलना ‘मुसलिम लीग के घोषणापत्र’ से किए जाने पर भी आपत्ति जताई और कहा, ‘उन्हें इसे अवश्य पढ़ना चाहिए। यदि वह इसे ठीक से नहीं पढ़ सकते हैं, तो हम आपको समझाने के लिए कांग्रेस कार्यालय से एक व्यक्ति को भेज सकते हैं।’ अपने हाथ में संविधान की एक प्रति लिए खरगे ने कहा कि यह देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।