नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नई सरकार में बीजेपी नेता मनसुख मांडविया दोबारा मंत्री बनेंगे। गुरुवार (30 मई, 2019) शाम करीब सात बजे मोदी समेत एनडीए के बाकी मंत्रियों के वह पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण करेंगे। दोपहर को उन्होंने इस बारे में मीडिया से बात की और बताया कि वह समारोह में किसी गाड़ी या फिर दूसरे वाहन से नहीं जाएंगे, बल्कि वह साइकिल से राष्ट्रपति भवन पहुंचेंगे। पत्रकारों ने इसके पीछे कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि यह फैशन नहीं, उनका पैशन है।
मांडविया ने ‘एएनआई’ से कहा, “मोदी जी और अमित शाह जी ने मुझमें एक बार फिर से विश्वास दिखाया है और मुझे इस नई सरकार का हिस्सा बनने के लिए बुलाया है। मैं उन दोनों का तहे दिल से आभारी हूं।”
यह पूछे जाने पर कि आप समारोह में क्या साइकिल से जाएंगे? उन्होंने जवाब दिया, “मेरे लिए साइकिल पर जाना फैशन नहीं है, बल्कि यह तो मेरा पैशन (जुनून) है। मैं संसद भवन हमेशा साइकिल से जाता रहा हूं। यह ईको-फ्रेंडली है और ईंधन की बचत करती है। साथ ही हम लोगों को शारीरिक तौर पर चुस्त-दुरुस्त भी रखती है।”
मांडविया, मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री पद का कार्यभार संभालते थे। इससे पहले भी वह संसद भवन साइकिल से ही पहुंचते थे। मंत्री बनने के बाद उन्हें दिल्ली सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर कार से चलने की सलाह दी थी, पर उन्होंने साइकलिंग से नाता नहीं तोड़ा। उनका हमेशा से कहना रहा है कि साइकिल से चलना न तो उनकी मजबूरी है और न ही यह फैशन है। यह उनका जुनून है। देखें उनकी साइकलिंग के जुनून से जुड़ा पहले का VIDEO:
कौन हैं मांडविया?: बीजेपी नेता का पूरा नाम मनसुख लक्ष्मण भाई मांडविया है। वह गुजरात के भावनगर जिले के रहने वाले हैं। किसान परिवार में जन्में मांडविया चार भाइयों में सबसे छोटे हैं। सूबे की दंतीवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय से पशु चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई की, जिसके बाद उन्होंने राजनीति विज्ञान में एम.ए किया। युवावस्था से ही मनसुख राजनीतिक तौर पर खासा सक्रिय थे और वह बीजेपी की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीपीवी) से जुड़ गए। आगे 2002 में 28 साल के होने पर उन्होंने पालीताना विधानसभा से चुनाव जीता और तब वह गुजरात के सबसे युवा विधायक बने।