कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया कि मोदी सरकार का चुनावी ऑफर खत्म, फटाफट पेट्रोल टैंक फुल करवा लें लोग। दरअसल, राहुल ने सरकार पर तंज इस वजह से कसा है कि अक्सर चुनाव के दौरान तेल के दाम नहीं बढ़ते। लेकिन चुनाव खत्म होते ही सरकार मध्यम वर्ग को मारना शुरू कर देती है। विगत में तेल के दामों ज्यादातर बढ़ोतरी चुनाव के बाद देखी गई है।

हालांकि, सरकार तेल के दाम कम करने के सवाल पर कहती है कि सरकार के पास इस मामले में दखल देने का हक नहीं है। रोजाना बाजार भाव को देखकर ही तेल के दाम तय किए जाते हैं। लेकिन अक्सर देखा गया है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में चुनाव के दौरान तेल के दाम बढ़ने बंद हो जाते हैं। नेताओं के साथ आम लोग अक्सर सवाल भी करते हैं कि चुनाव के दौरान तेल कंपनियां कैसे दाम बढ़ने बंद कर देती हैं। अगर सरकार का इन पर कंट्रोल नहीं है तो ये कैसे होता है?

उधर, प्रियंका गांधी ने कहा कि जब वो प्रभारी बनकर उत्तर प्रदेश आई थीं, तब पार्टी के कुछ बड़े नेता जो आज कांग्रेस छोड़ चुके हैं, मेरे पास आए और कहा कि यहां कुछ नहीं मिलने वाला है, यहां तो संघर्ष ही संघर्ष है।

प्रियंका ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये लोग विकास की बात नहीं करते, जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठाते। यूपी की राजनीति में जब तक सकारात्मक बदलाव नहीं आता, तब तक मैं प्रदेश के लोगों के हक की लड़ाई जारी रखूंगी।

सोनभद्र का जिक्र कर प्रियंका ने कहा कि वहां नरसंहार के बाद पुलिस-प्रशासन ने भू-माफिया की मदद की। आदिवासियों को बचाने कोई नहीं आया। उन्नाव, हाथरस, लखीमपुर हर जगह पीड़ितों ने यही शिकायत की कि पुलिस तो हम पर दबाव डाल रही है, हमारी लड़ाई कौन लड़ेगा? उन्‍होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां भी अन्याय हुआ है, कांग्रेस ने न्याय की लड़ाई लड़ी है।