मणिपुर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान पूरा होने के साथ ही अब सभी की नजरें मतगणना पर लगी हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक इस दूसरे और अंतिम चरण में 76.62 फीसद मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उधर पुलिस के मुताबिक राज्य में कुछ स्थानों पर दूसरे चरण का मतदान शुरू होने से कुछ घंटे पहले उस समय हिंसा भड़क उठी, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक समर्थक की कथित तौर पर कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने गोली मारकर हत्या कर दी। हिंसा की अन्य छिटपुट घटनाएं भी हुईं।

पुलिस ने बताया कि 25 वर्षीय एल अमुबा सिंह को गोली लगने के बाद शनिवार तड़के यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस अधिकारी के मुताबिक अमुबा सिंह, भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ थौबल जिले में तड़के कांग्रेस कार्यकर्ता के आवास पर गए थे ताकि उन्हें प्रचार बंद करने के लिए कहा जा सके क्योंकि इसके लिए निर्धारित समय समाप्त हो गया था।

अधिकारी ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर विवाद के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता ने कथित तौर पर सिंह पर गोली चला दी। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल भाजपा कार्यकर्ता सिंह को पहले जिले के एक अस्पताल में ले जाया गया और बाद में उन्हें इंफल में एक अन्य स्वास्थ्य केंद्र के लिए भेज दिया गया। जहां उनकी मौत हो गई।

भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से किए गए पथराव में कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हो गया। उसे अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। एक अन्य घटना में मणिपुर के इंफल पश्चिम जिले के लाम्फेल इलाके में कुछ अज्ञात बदमाशों ने भाजपा से निष्कासित नेता सी. बिजाय के आवास पर देसी बम फेंका।

राज्य में सुरक्षा स्थितियों की संवेदनशीलता को देखते हुए चुनाव आयोग ने पहले घोषित मतदान तिथियों में बदलाव कर दिया था। पहले यहां प्रथम चरण का मतदान 27 फरवरी और द्वितीय चरण का 3 मार्च को होने वाला था, जिसे बदल कर क्रमश: 28 फरवरी और 5 मार्च कर दिया गया था। 60 सदस्यीय राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।