Maharashtra Lok Sabha Elections: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद बीजेपी यह मानकर चल रही थी कि लोकसभा चुनाव में भगवान राम आराम से उनका बेड़ा पार लगा देंगे। पार्टी नेताओं का यह मानना था कि जैसे-जैसे चुनाव करीब आएगा, राम नाम की गूंज बढ़ती जाएगी। हालांकि अब जब लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कुछ ही दिन रह गए हैं तो यह मंदिर मुद्दा चुनाव में उतना बड़ा विषय बनता दिखाई नहीं दे रहा है, जितनी बीजेपी को उम्मीद थी।

इसी को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने यूपी के सीएम और अपने स्टार कैंपेनर्स में से एक योगी आदित्यनाथ को महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार में लगा दिया है। अपनी सख्त हिंदुत्व वाली छवि के लिए पहचाने जाने योगी आदित्यनाथ की डिमांड महाराष्ट्र में भी बढ़ रही है।

नाम न छापने की शर्त पर बीजेपी के एक सीनियर नेता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पहले फेज में वैसा माहौल नहीं दिखाई दे रहा है, जिसकी उम्मीद थी। हम इसकी वजह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। वो बताते हैं कि पूर्वी विदर्भ में तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया है। इस गर्मी और धूल से पार पाने और लोगों को घर से निकालने के लिए पार्टी ने मोदी, योगी, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस जैसे स्टार कैंपेनर्स को लगाया है।

भाजपा की महाराष्ट्र ईकाई के अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले कहते हैं कि हमने स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट बनाई है। हम राज्यों और लोकसभाओं में फर्क नहीं करते। केंद्र और राज्य दोनों ही अपना सौ फीसदी दे रहे हैं। हमारा टारगेट है कि विदर्भ में सभी दस लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की जाए और इस बार महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटें हासिल की जाएं।

2024 में पिछली बार से अलग है माहौल

महाराष्ट्र में प्रथम चरण के मतदान के दौरान पूर्वी विदर्भ की पांच लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। यहां नागपुर में RSS का मुख्यालय है और बीजेपी के दो बड़े नेता नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस यहीं से आते हैं। ऐसे में विदर्भ क्षेत्र को प्रचार के लिए कभी भी बाहरी नेताओं की जरूरत नहीं पड़ी है। यहां देवेंद्र फडणवीस और नितिन गडकरी हर घर के लिए जाने पहचाने नाम है लेकिन बावजूद इसके बीजेपी अपने 370 सीटों के नारे को हकीकत में बदलने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।

हालांकि यहां इस बार जमीनी हालात अलग नजर आ रहे हैं। साल 2014 लोकसभा चुनाव की तरह न तो लोगों और न ही कैडर में वैसा जोश है। बीजेपी के नेताओं का मानना है कि इसकी वजह बढ़ती गर्मी है। उनका यह भी मानना है कि लोगों ने अपने मन बना लिए हैं। बीजेपी के लिए चुनावी रणनीति बनाने वाले एक रणनीतिकार कहते हैं कि हम अपनी तरफ से बेस्ट करेंगे लेकिन कोई भी लोगों को हल्के में नहीं ले सकता।

योगी को चुनाव प्रचार के लिए क्यों बुलाया गया?

योगी आदित्यनाथ को महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए बुलाने की वजह बताते हुए  बीजेपी के एक पोल मैनेजर बताते हैं कि साल 2014  में लोग नरेंद्र मोदी की एक झलक पाना चाहते थे लेकिन अब देशभर में लोग योगी को देखने के लिए आते हैं। उनके तीखे तीखे भाषण उन कुछ वर्गों के बीच असर पैदा करते हैं जो बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण वोट बैंक हैं।

हिंदुत्व के एजेंडे से परे भी काम कर रही बीजेपी

बीजेपी के हिंदुत्व का एजेंडा अब राम मंदिर या गोहत्या तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह सीमा सुरक्षित रखने और आतंकवाद से निपटने तक के लिए पहुंच गया है। बीजेपी का मानना है कि योगी आदित्यनाथ के रूप में उनके पास सबसे अच्छा विकल्प है। बीजेपी यह भी मानती है कि योगी आदित्यनाथ से प्रचार करवाकर वो राम मंदिर मुद्दे को बरकरार रखने में सफलल होंगे। बीजेपी 17 अप्रैल को राम नवमी से पहले अपनी हार्ड हिंदुत्व की राजनीति के तहत लोगों को उत्साहित करने का प्लान भी है।

महाराष्ट्र में सोमवार को अपने पहले दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने वर्धा और नागपुर में रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को उखाड़ फेंका। अब कोई भी हमारी तरफ टेढ़ी नजरों से नहीं देख सकता। उन्हें पता कि अगर वो ऐसी कोई हिम्मत करेंगे तो मोदी सरकार पाकिस्तान में धुसकर कड़ा एक्शन लेगी। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की वजह से अब पाकिस्तान में आतंकी सेफ नहीं हैं।

बीजेपी का मानना है कि अपने विशिष्ट तर्क के आधार पर स्पष्ट रूप से बोलने के लिए पहचाने जाने वाले योगी आदित्यनाथ हिंदी पट्टी के बाहर भी लोगों के साथ तालमेल बिठा सकते हैं। महाराष्ट्र के विदर्भ में हिंदी भाषी लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के बजाय एमपी से ज्यादा संबंध रखते हैं।

यहां एक इमोशनल अपील करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ ऐसा किया जो लोगों के बीच काम करता है। उन्होंने एक लोकगीत के बारे में बात की जो होली के दौरान यूपी में गाया जाता है, खासकर पूर्वी हिस्से में…  “होरी खेले रघुबीरा अवेध में…”। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सौ सालों से राम मंदिर का अधूरा था। इसी वजह से राम अवध में कभी होली खेल नहीं सके। पहली बार सही जगह पर राम मंदिर का निर्माण हुआ। साल 2024 में भगवान राम ने पहली बार अवध में होली खेली।  

स्टार प्रचारकों को सही इस्तेमाल

ऐसे युग में जहां सोशल मीडिया ने बीजेपी सहित अन्य राजनीतिक दलों के ट्रेडिशनल कैंपेन को पीछे छोड़ दिया है, चिलचिलाती गर्मी में मैदान में लोगों को आकर्षित करना एक चुनौती है। बीजेपी के एक नेता बताते हैं कि लोग सोशल मीडिया के जरिए पब्लिक रैलियां देख सकते हैं लेकिन उन्हें रैली या रोड शो में लाने के लिए स्टार अपील जरूरी है।

बीजेपी के अंदर इस बात को लेकर कोई अस्पष्टता नहीं है कि लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी को उनके तीसरे कार्यकाल के लिए वापस लेकर आना है। इसी लिए पार्टी की सेंट्रल और स्टेट लीडरशिप मिलकर यह तय कर रहे हैं कि हर लोकसभा क्षेत्र स्टार कैंपेनर्स के जरिए कवर किया जाए।

महाराष्ट्र में विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए देवेंद्र फडणवीस बीजेपी की पहली पसंद हैं। वह पांच साल राज्य के सीएम रह चुके हैं।फडणवीस राज्य के हर लोकसभा क्षेत्र में विकसित भारत रोडमैप 2047 के बारे में बात करते हैं। वह कहते हैं कि 024 लोकसभा भारत के भविष्य को निर्धारित करने के लिए विशेष है। किसी पार्टी या नेता को चुनने के लिए यह सिर्फ एक चुनाव नहीं है। वो कहते हैं कि चुनाव का फर्क भविष्य में दिखाई देगा, भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। बात अगर अमित शाह की करें तो बीजेपी उन्हें एक टास्क मास्टर के रूप में देखती है, जिसने जम्मू – कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खात्मे को एक वास्तविकता बना दिया। अब UCC एक और एजेंडा है, जिसपर बीजेपी बार-बार जोर दे रही है।