Madhya Pradesh Assembly Election Results: मध्य प्रदेश की रहली विधानसभा सीट का रिजल्ट सामने आ गया है। जिसमें बीजेपी के गोपाल भार्गव भारी मतों के साथ विजय हो गए है। उन्होंने कांग्रेस की ज्योति पटेल को मात दी है। बता दें कि इस बार गोपाल भार्गव के खाते में 130916 वोट मिले तो कांग्रेस के ज्योति पटेल को 58116 वोट मिले है। दोनों के बीच 72,800 वोटों का अतंर है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो रहली सीट पर 14 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही हुआ। बीजेपी के गोपाल भार्गव को 93,690 वोट मिले तो कांग्रेस के कमलेश साहू के खाते में 66,802 वोट आए थे। इसके बाद तीसरे नंबर पर 2,130 वोट नोटा पर पड़े थे।

इस सीट पिछली बार 2.25 लाख थे वोटर

पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 2,25,039 थी, जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,19,102 थी तो महिला मतदाताओं की संख्या 1,05,935 थी। इसमें से कुल 1,66,057 (74.7%) वोटर्स ने वोट डाला था।

बुंदेलखंड अंचल में पड़ती रहली सीट

रहली विधानसभा सीट बुंदेलखंड अंचल में पड़ती है। इस सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यह सीट कांग्रेस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है। कांग्रेस को इस सीट पर आखिरी बार 1980 में जीत मिली थी। इसके बाद आज तक कोई भी जीत कांग्रेस के खाते में नहीं गई। गोपाल भार्गव ने 1985 के चुनाव में पहली बार बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की। इसके बाद वह फिर यहां से कभी नहीं हारे।

1985 से लगातार सीट जीत रहे गोपाल भार्गव

गोपाल भार्गव इस सीट से 1985 से ही लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। वो1985 के बाद 1990, 1993, 1998 में विजयी रहे। फिर 2003, 2008, 2013 के बाद 2018 के चुनाव में जीत हासिल की। वह लगातार 8 बार से यहां पर चुनाव जीत रहे हैं। भार्गव को हराने की हर कोशिश में अभी तक कांग्रेस सफल नहीं हो सकी है। रहली सीट की पहचना गोपाल भार्गव के नाम से होती है। वो शिवराज सरकार में वरिष्ठ मंत्री हैं।

रहली सीट पर ओबीसी सबसे ज्यादा मतदाता

रहली सीट पर सबसे ज्यादा वोटर्स ओबीसी वर्ग से आते हैं। ओबीसी में कुर्मी और पटेल बिरादरी के वोटर्स अच्छी स्थिति में हैं। इनकी संख्या करीब 35 फीसदी है। ब्राह्मण और एससी जाति के मतदाता भी चुनाव में अहनम रोल निभाते हैं, लेकिन भार्गव की लगातार जीत यह बताने के लिए काफी है कि यहां जाति समीकरण काम नहीं करता है।