बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने शनिवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने संकेत दिया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Elections) के बाद विपक्षी दलों की बैठक पटना में हो सकती है। ये बैठक 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha elections) के लिए भाजपा के खिलाफ योजना बनाने के लिए होगी।
नीतीश कुमार ने कहा कि कई राजनीतिक दलों के नेता वर्तमान में कर्नाटक में चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं (Opposition Leaders) की पहली बैठक कर्नाटक में चुनाव खत्म होने के बाद ही बुलाई जाएगी। बता दें कि कर्नाटक में वोटों की गिनती 13 मई को है।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि बैठक के स्थान पर अंतिम फैसला सभी विपक्षी दलों से बात करने के बाद लिया जाएगा। नीतीश कुमार ने दानवीर भामा शाह को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कहा, “अगर सभी पार्टियां राजी होती हैं तो हमें पटना में गैर-बीजेपी विपक्षी नेताओं की पहली बैठक की मेजबानी करने में खुशी होगी।”
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “मैंने पहले ही कई नेताओं से बात की है। मुझे कुछ और नेताओं से बात करनी है। उसके बाद तय होगा कि बैठक किस शहर में होगी। पटना में बैठक करने के लिए कई नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए हैं।”
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पटना में पहली सभा करने को लेकर पहले ही अपने विचार व्यक्त कर चुकी हैं। इस सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, ”हां, ये तो वो पहले ही बता चुकी हैं। हमें पटना में बैठक करके खुशी होगी।”
बता दें कि सीएम ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) से मिलने के बाद, नीतीश और राजद नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) ने उसी दिन लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP Chief Akhilesh Yadav) से मुलाकात की थी और 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले गैर-भाजपा विपक्षी दलों के गठबंधन के गठन पर चर्चा की थी।
इससे पहले विपक्षी एकता के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी।