Loksabha Elections 2019: आम चुनाव निपटते ही बीजेपी ने दावा किया कि मध्य प्रदेश सरकार के पास बहुमत नहीं है। कांग्रेस की नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसी पर कहा कि वह शक्ति परीक्षण के लिए तैयार हैं। पांच महीनों में वे लोग कम से कम चार बार बहुमत हासिल कर चुके हैं। ऐसे में वह फिर से बहुमत साबित कर के दिखाएंगे। सीएम ने इसके अलावा आरोप लगाया कि वे (बीजेपी) लोग अपनी पोल खुलने के डर से घबराए हुए हैं, लिहाजा वे हमें परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं।
सोमवार (20 मई, 2019) को उन्होंने ‘एएनआई’ से कहा, “वे (बीजेपी वाले) एक दिन से इन चीजों के प्रयास कर रहे हैं। बीते पांच महीनों में हम कम से कम चार बार बहुमत साबित कर चुके हैं। वे ऐसा फिर से करना चाहते हैं, तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। चूंकि वह कहीं बेनकाब न हो जाएं, इसलिए वे मौजूदा सरकार को अव्यवस्थित करने के लिए अपना पूरा जोर लगाएंगे। सरकार (हम) फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है।”
दरअसल, कमलनाथ के इस बयान से कुछ घंटे पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को चिट्ठी लिखकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए मांग की थी। बीजेपी ने इसके अलावा दावा किया था कि मौजूदा राज्य सरकार के पास अब बहुमत नहीं रहा।
इससे पहले, दोपहर को बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने कहा था- हम अहम मुद्दों पर चर्चा और कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के शक्ति परीक्षण को लेकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से विशेष सत्र बुलाने के लिए कहेंगे। बकौल भार्गव, “सूबे में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता को लेकर ढेर सारे भ्रम हैं।”
बता दें कि ज्यादातर एग्जिट पोल्स के मुताबिक, इस बार बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार बनने का अनुमान है। पोल्स में एनडीए के 300 से अधिक सीटें जीतने की संभावना जताई जा रही है, जबकि यूपीए के खाते में महज 132 सीटें आने की उम्मीद है।