Loksabha election 2019: बीजेपी के दिल्ली की उत्तर पश्चिम सीट से हंस राज हंस को लोकसभा की टिकट देने के बाद सांसद उदित राज ने कहा है कि वह पार्टी छोड़ देंगे। उन्होंने मंगलवार (23 अप्रैल 2019) को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी। उन्होंने ट्विट किया ‘मैं टिकट का इंतजार कर रहा हूं अगर मुझे टिकट नहीं मिलेगा तो मैं पार्टी छोड़ दूंगा।’
इस ट्विट के बाद उन्होंने बीजेपी पर टिकट बंटवारे पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा ‘मैंने पार्टी को नहीं छोड़ा लेकिन पार्टी ने मुझे छोड़ दिया। मेरी आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल से आज फोन पर बात हुई। उन्होंने मुझे चार महीने पहले ही आगाह कर दिया था कि मुझे टिकट नहीं मिलेगा। राहुल गांधी मुझे संसद में मिले थे उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं एक गलत पार्टी में हूं इसे छोड़ दो। मुझे आज वही दिन याद आ रहे हैं जब उन्होंने मुझे आगाह किया था। लेकिन उस वक्त मुझे पार्टी की निष्ठता पर पूरा भरोसा था।’
उन्होंने आगे कहा ‘मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से टिकट को लेकर बातचीत की कोशिश की लेकिन उन्होंने मुझसे कोई जवाब नहीं दिया। यहां तक कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी मुझे सिर्फ इंतजार करने के लिए कहा।’
I am waiting for ticket if not given to me I will do good bye to party
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) April 23, 2019
पार्टी ने सांसदों के कामकाज को लेकर एक सर्वे करवाया था जिसमें मेरा पहला स्थान था। ऑल इंडिया कंफेडेरेशन ऑफ एससी/एसटी ऑर्गेनाइजेशंस के नेशनल चेयरमैन उदित ने कहा ‘क्या अच्छा काम करना गुनाह है?’ मुझे लगा था कि बीजेपी दलितों को धोखा नहीं देगी। मेरे टिकट का नाम देरी होने पर पूरे देश में मेरे दलित समर्थकों में रोष है और जब मेरी बात पार्टी नहीं सुन रही तो आम दलित कैसे इंसाफ पायेगा।’
उन्होंने आगे कहा ‘मैंने 2014 में अपना दल ‘इंडियन जस्टिस पार्टी’ (आईजेपी) का भाजपा में विलय करा दिया था। लेकिन मुझे अब अहसास हो रहा है कि कई क्षेत्रीय पार्टियां अकेले रहकर ज्यादा फायदे में हैं। क्या यह मेरी गलती है कि मुझे दलित नेता के रूप में जाना जाता है। क्या बीजेपी जिसे खुद दलितों का समर्थन हासिल है क्या उसे एक दलित नेता को टिकट नहीं देना चाहिए था।’
मालूम हो कि भाजपा ने सोमवार तक सिर्फ 6 सीटों पर ही उम्मीदवारों का ऐलान किया था लेकिन मंगलवार को सातवीं सीट पर भी उम्मीदवार का ऐलान कर दिया। दिल्ली में सभी सात सीटों पर 12 मई को एक ही चरण में मतदान होगा।