कांग्रेस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से कन्हैया कुमार को उम्मीदवार बनाया है। ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली की इस अहम सीट से पूर्व जेएनयू अध्यक्ष को मैदान में उतारना कांग्रेस की प्लानिंग का हिस्सा है और पार्टी एक महशूर चेहरे के बल पर चर्चा में बने रहना चाहती है। बीजेपी ने कन्हैया कुमार के अतीत में कम्युनिस्ट पार्टी से होने और विवाद में रहने को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है।

कन्हैया कुमार का सामना बीजेपी के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी से होने वाला है। इंडिया गठबंधन के तहत उत्तर पूर्वी दिल्ली उन तीन सीटों में से हैं जिन्हें आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के लिए छोड़ दिया था। 

कन्हैया कुमार के मैदान में होने से कांग्रेस को क्या फायदा? 

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कन्हैया कुमार को दिल्ली की सीट से मैदान में उतारना कांग्रेस की अच्छी-खासी प्लानिंग का हिस्सा है। यह समझ सहयोगी दल आम आदमी पार्टी (आप) को भी है। आप के सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पार्टी ने खुद एक समय पर कन्हैया को शामिल करने पर गंभीरता से विचार किया था। वह मानते हैं कि अगर कांग्रेस कन्हैया का अच्छी तरह से उपयोग करती है तो पार्टी को अच्छा रेस्पॉन्स मिल सकता है। 

कन्हैया कुमार की खासियत है कि वह एक पढ़े-लिखे नौजवान  के तौर पर जाने जाते हैं और साथ ही एक  प्रभावशाली वक्ता भी हैं जो अपने भाषणों को लेकर महशूर हैं। वह एक पूर्वांचली चेहरा भी हैं जिन्हें मनोज तिवारी के सामने उतारा गया है।

राहुल गांधी की पसंद हैं कन्हैया कुमार

दिल्ली कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “कांग्रेस आलाकमान, खासकर राहुल (गांधी) जी, कन्हैया को ऐसे होनहार कांग्रेसियों में से एक मानते हैं, जिन्हें न केवल पार्टी की विचारधारा बल्कि संगठन के लिहाज से भी कमान सौंपी जा सकती है।”

कांग्रेस ने अपने पीसीसी प्रमुख अरविंदर सिंह लवली और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित जैसे अन्य नेताओं के बजाय कन्हैया कुमार को उत्तर पूर्वी दिल्ली का टिकट देकर बड़ा संदेश दिया है।  

मनोज तिवारी ने साधा निशाना

कन्हैया कुमार का नाम सामने आने के बाद  मनोज  तिवारी ने उन्हें “राजनीतिक पर्यटक” तक कह दिया और कहा–“क्या कांग्रेस में देश, सेना, देश की संस्कृति का सम्मान करने वाला कोई नहीं है जिसे वे अपना उम्मीदवार बना सकते थे? कांग्रेस और इंडिया गठबंधन बेनकाब हो गए हैं।”

दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता नीलकांत बख्शी, जो तिवारी के चुनाव अभियान का प्रबंधन कर रहे हैं ने कहा कि मनोज तिवारी कन्हैया कुमार को 5 लाख वोटों से हराएंगे।