चुनाव चाहे लोकसभा का हो या विधानसभा का अमेठी की सीट हमेशा से हॉट रही है। इसकी बड़ी वजह यहां से गांधी-नेहरू परिवार का नाता रही है। अमेठी में अब तक गांधी परिवार के चार लोग चुनाव हार चुके हैं। दो गांधी चुनाव हारने के बाद अमेठी लौट नहीं सके थे, लेकिन संजय गांधी पहला चुनाव हारने के बाद भी अमेठी से लड़े और जीते। 

राहुल गांधी अमेठी में तीन बार सांसद चुने जाने के बाद चौथा चुनाव हारे थे

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी 1977 में अमेठी से पहला चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। संजय गांधी को चुनाव हराने वाले जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह थे। अमेठी में संजय गांधी, मेनका गांधी, राजमोहन गांधी और राहुल गांधी चुनाव हार चुके हैं। संजय गांधी, मेनका गांधी और राजमोहन गांधी पहला चुनाव हारे थे। लेकिन राहुल गांधी अमेठी में तीन बार सांसद चुने जाने के बाद चौथा चुनाव हारे थे। 

1984 के लोकसभा चुनाव में एक ही आंगन के दो गांधी आमने-सामने थे

राहुल गांधी कांग्रेस का चेहरा हैं। लेकिन स्मृति ईरानी 2019 के चुनाव में हराकर राहुल गांधी को वापस भेज चुकी है। 1977 में हारने वाले संजय गांधी 1980 के लोकसभा चुनाव में अमेठी के सांसद चुन ल‍िए गए थे। 1984 के लोकसभा चुनाव में एक ही आंगन के दो गांधी आमने-सामने थे। इस चुनाव में इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी और छोटी बहू मेनका गांधी आमने-सामने हो गए थे। मेनका गांधी चुनाव हार गई थीं। उसके बाद मेनका गांधी अमेठी लौटी नहीं। 

अमेठी में चुनाव हारने वाले तीसरे गांधी महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी रहे। 1984 के बाद 1989 में भी अमेठी लोकसभा क्षेत्र में दो गांधी ही आमने-सामने थे। इस चुनाव में राजीव गांधी के सामने जनता दल से राजमोहन गांधी थे, जो हार गए थे। अमेठी में चुनाव हारने वाले चौथे गांधी राहुल गांधी 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से हारे। 2014 में उन्‍होंने स्‍मृत‍ि को हराया था।

2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी में तीसरी बार भाजपा की उम्मीदवार बनाई गई हैं। कांग्रेस अब तक अमेठी में उम्मीदवार का ऐलान नहीं कर पाई है। उम्मीदवार न आने से कांग्रेस के समर्थक भाजपा में शामिल हो रहे हैं। स्मृति ईरानी ने 2014 का पहला चुनाव हारने के बाद अमेठी में किराए का घर ले लिया था और लगातार क्षेत्र में रहती और जाती रहती थीं। दूसरी ओर राहुल गांधी की हार के बाद वहां उनका कार्यालय बंद कर द‍िया गया था और उनकी टीम भी द‍िल्‍ली बुला ली गई थी।