बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने साइबर विशेषज्ञ द्वारा लंदन में ईवीएम हैकिंग के दावे को गंभीर बताया है। ईवीएम हैकिंग की वजह से मायावती ने केंद्रीय निर्वाचन आयोग से मामले में उचित संज्ञान लेने को कहा और साथ ही ये भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को बैलेट पेपर से ही कराया जाए। क्योंकि बैलेट पेपर की तीन चरणों में सत्यापन कराना संभव है। जबकि ईवीएम के सत्यापन की ऐसी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है।
क्या बोलीं मायावाती: मायावती ने कहा कि चुनाव आयोग इस मामले में उचित संज्ञान लें। जब तक ईवीएम को लेकर विपक्षी पार्टियों और जनता की आशंकाओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक देश में चुनाव खासकर जल्द से जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव बैलेट पेपर से ही करवाएं जाएं। इसके साथ ही मायावती ने कहा कि बैलेट पेपर की तीन चरणों में सत्यापन करना संभव है, जबकि ईवीएम के सत्यापन की ऐसी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। ईवीएम की धांधली से देश की जनता डरी है। अब उसे लगने लगा है कि उसका अपना वोट अपना नहीं है। ये वोट लूटा जा रहा है, जिसकी वजह से भाजपा न सिर्फ केन्द्र बल्कि कई राज्यों में शासन कर रही है।
क्या था साइबर विशेषज्ञ का दावा: दरअसल हाल ही में लंदन में ईवीएम हैकिंग के दावे को गंभीर बताया है और साइबर विशेषज्ञ ने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव 2014 के साथ यूपी, गुजरात और दिल्ली आदि राज्यों में विधानसभा चुनावों में ईवीएम के जरिए धांधली हुई थी। इस मामले पर आज भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस सहित कपिल सिब्बल पर जोरदार हमला करते हुए एक के बाद एक कई सवाल पूछे।