Lok Sabha Election 2019: उत्तर प्रदेश में साथ मिलकर चुनाव लड़ रही समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने अभी तक 67 प्रत्याशियों के नाम जारी किए हैं। इनमें सिर्फ 10 मुस्लिम ही शामिल हैं। बता दें कि सपा और बसपा इस बार यूपी के 80 में से 75 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। पार्टी ने 3 सीट सहयोगी आरएलडी के लिए छोड़ी है। इसके अलावा, कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी और रायबरेली पर भी दोनों पार्टियों के गठबंधन ने प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया है। पिछले लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। बसपा ने 2014 में 19, 2009 में 14 जबकि 2004 में 20 मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया था। वहीं, सपा ने 2014 में 14, 2009 में 11 और 2004 में 12 मुस्लिम प्रत्याशियों को उतारा था। यानी दोनों पार्टियों ने 2014 में कुल 33 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था।
गठबंधन के तहत हुए बंटवारे के अंतर्गत बीएसपी ने सभी 38 सीटों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। वहीं, अपने कोटे की 37 सीटों में से समाजवादी पार्टी ने अभी तक 29 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है। इन 67 सीटों पर दोनों के 10 प्रत्याशी मुसलमान हैं। छह बसपा के जबकि चार को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया है। बसपा ने डुमरियागंज, गाजीपुर, धौरहरा, सहारनपुर, अमरोहा और मेरठ में मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, सपा ने मुरादाबाद, रामपुर, कैराना और संभल में मुस्लिम कैंडिडेट्स को टिकट दिया है। सपा को फिलहाल फूलपुर, कौशांबी, इलाहाबाद, महाराजगंज, बलिया, चंदौली, वाराणसी और लखनऊ से उम्मीदवारों का ऐलान करना है।
अगर 17 आरक्षित सीटों को शामिल कर लें तो सपा और बसपा के गठबंधन ने 37 उन उम्मीदवारों को टिकट दिया है जो उनके दलित, यादव और मुस्लिम कोर वोटर्स का प्रतिनिधित्व करते हैं। बसपा ने अपने 38 के कोटे में 9 गैर यादव ओबीसी और दो यादवों को टिकट दिया है। वहीं, सपा ने सात गैर यादव ओबीसी और आठ यादवों को टिकट दिया है। बाकी अनारक्षित सीटों की बात करें तो दोनों पार्टियों ने ब्राह्मण, ठाकुर और भूमिहार जैसी अगड़ी जाति के प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। वहीं, बीजेपी की ओर से घोषित 77 प्रत्याशियों में पार्टी ने सिर्फ एक यादव दिनेश लाल यादव को टिकट दिया है। मशहूर भोजपुरी एक्टर दिनेश लाल यादव को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ से मैदान में उतारा गया है। बीजेपी ने 26 गैर यादव ओबीसी को टिकट दिया है, जो सपा और बसपा से ज्यादा हैं। मिर्जापुर से चुनाव लड़ रहीं बीजेपी की सहयोगी अपना दल की अनुप्रिया पटेल ओबीसी कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं।