Lok Sabha Election 2019: आम चुनाव से ऐन पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस को नसीहत दी है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि गठबंधन में किस तरह से सहयोगियों को मैनेज किया जाता है, यह बात भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से सीखी जानी चाहिए।

‘एनडीटीवी’ को दिए इंटरव्यू में अखिलेश बोले, “वे (बीजेपी) जानते हैं कि सत्ता में आने के बाद आपको सहयोगी दलों का सम्मान करना पड़ता है। बीजेपी यहां तक कि इस समय चंद सीटों पर भी गठबंधन स्वीकार रही है…सभी किस्म के तनाव उन पर डालने के बजाय वह उनका (सहयोगियों का) चुनाव कर रही है।”

चैनल से आगे उन्होंने कहा, “कांग्रेस बड़ी पार्टी है। उसे अन्य दलों की मदद करनी चाहिए। उदाहरण के तौर पर वे बंगाल में ममता बनर्जी की मदद कर सकते हैं, जबकि दिल्ली में वह अरविंद केजरीवाल का साथ दे सकते हैं।” गठबंधन बरकरार रखने को लेकर बीजेपी का जिक्र करते हुए वह बोले, “बिहार सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं। देखिए वहां कैसे बीजेपी ने सीटें जीतीं।”

यूपी के पूर्व सीएम के अनुसार, “बीजेपी बड़ी पार्टी है। उन्हें पता है कि चीजें कैसे मैनेज की जाती हैं। वे यह भी जानते हैं कि किस नेता को चुनना है और वह भी कब। वह (नेता) कितना बड़ा नाम है और अगर कहीं जाति का एंगल तो नहीं है, तब वे उसी जाति के नेता को चुनते हैं। ऐसे में वे यह भी भूल जाते हैं कि उस फैसले के क्या फायदे होंगे और क्या नुकसान।”

यह पूछे जाने पर कि आपको कांग्रेस के साथ न होने का मलाल तो नहीं है? अखिलेश ने जवाब में कहा- बीजेपी बड़ा दल है, सरकारें उसकी हर जगह हैं। ऐसे में हमें तैयारी के लिए समय चाहिए था। वह करते-करते हमने गठबंधन किया। बीजेपी से लड़ने के लिए यह जरूरी था। जमीन पर वोट कैसे गिरेगा, यह ज्यादा जरूरी है। चूंकि, यूपी से ही उनकी सरकार बनी है। अगर उसे हम माइनस (हटा दें) दें, तब उनकी सरकार नहीं है।

देखें आगे अखिलेश और क्या बोले