Lok Sabha Election 2019: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने आम चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल की शैक्षणिक योग्यता पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राहुल एमफिल फेल हैं। बीजेपी नेता ने इसके अलावा कहा है कि वह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को इस बाबत ललकारेंगे और कहेंगे कि वह राहुल को छोड़ें नहीं। स्वामी की यह टिप्पणी कांग्रेस के उस आरोप पर आई हैं, जिसमें कई बार कहा जा चुका है कि ईरानी की डिग्री फर्जी है और पीएम मोदी ने उसकी चौकीदारी की है।

गुरुवार (28 मार्च, 2019) को स्वामी ने एक ट्वीट किया। ‘ट्रूथ अबाउट राहुल्स एमफिल’ शीर्षक से ‘न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ की खबर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “वह (राहुल) इकनॉमिक्स प्लानिंग के पेपर में फेल हो गए थे। यही वजह है कि उन्हें एफिल थीसिस लिखने से मना कर दिया गया। मैं इस संबंध में स्मृति से कहूंगा कि राहुल ने अगर अपने नामांकन के पर्चे में एमफिल का जिक्र किया हो, तब वह उन्हें चुनौती दें।”

अखबार की इस रिपोर्ट में बताया गया कि राहुल ने अमेठी (यूपी) में नामांकन के दौरान जो हलफनामा भरा, उसके मुताबिक वह ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल पास हैं। साल 1995 में उन्होंने यह डिग्री डेवलपमेंट इकनॉमिक्स में हासिल की थी, पर विवि के सर्टिफिकेट बताता है कि न सिर्फ उसमें लिखी तारीखें गलत हैं, बल्कि जो कोर्स उन्होंने लिया उसका भी नाम सहीं नहीं लिखा था। वहीं, चार पेपर्स में से एक में वह फेल थे।

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कांग्रेस चीफ के सर्टिफिकेट के आधार पर अखबार ने आगे लिखा कि राहुल को ‘नेशनल इकनॉमिक प्लानिंग एंड पॉलिसी’ में 58 प्रतिशत अंक मिले, जबकि पास होने के लिए कम से कम 60 फीसदी अंक होने जरूरी (सर्टिफिकेट में ग्रेडिंग स्केल के मुताबिक) हैं। यह सर्टिफिकेट साल भर पहले डायना काजेमी द्वारा जारी किया गया था, जो कि डिपार्टमेंट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज (सर्टिफिकेट में लिखा था- डेवलपमेंटल इकनॉमिक्स) में सचिव हैं। राहुल ने वहीं पर पढ़ाई की थी।

राहुल का दाखिला वहां रॉल विंसी (Raul Vinci) नाम से कराया गया था। विवि के मुताबिक, उन्होंने 2004-2005 में एमफिल की पढ़ाई की, जबकि उनके हलफनामे में 1994-95 लिखा था।