Lok Sabha Election 2019: आम चुनाव से ऐन पहले असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कहा है कि चुनाव लड़ने के लिए वह पूरे देश में से कोई भी संसदीय सीट का चुनाव कर सकते हैं। दरअसल, उन्होंने उत्तर पूर्वी राज्यों में (खासकर असम में) पार्टी को नई पहचान दी और उसका विस्तार कराया। यही वजह है कि शर्मा को बीजेपी की तरफ से यह पेशकश की गई।
असम बीजेपी के अध्यक्ष रणजीत दास के हवाले से ‘टीओआई’ की एक रिपोर्ट में कहा गया, “बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने मुझसे कहा कि पार्टी चाहती है कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए हेमंत देश में कोई भी संसदीय सीट चुन सकते हैं। मैंने फौरन इसके जवाब में कहा- यह कमाल का निर्णय है।” हालांकि, दास ने इसके साथ यह दरख्वास्त भी की कि शर्मा सीट तय करें, उससे पहले असम को बाकी राज्यों के मुकाबले प्राथमिकता (सीट चुनने के संदर्भ में) दी जाए।
अंग्रेजी अखबार को आगे बीजेपी से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि हेमंत का तेजपुर सीट से लड़ना तय किया जा चुका है, जबकि शनिवार (16 मार्च) को पार्टी चीफ अमित शाह द्वारा इसका आधिकारिक ऐलान किया जाना बाकी है।
वैसे उन्हें तेजपुर से टिकट मिलने पर पार्टी में हर कोई खुश नहीं है। वहां से मौजूदा सांसद राम प्रसाद शर्मा ने तो बीजेपी को खुली चेतावनी दी है कि अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया, तब वह दल का दामन छोड़ देंगे।
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‘न्यूज18’ से कुछ दिन पहले वह बोले थे, “अगर मुझे टिकट न मिला, तब यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा। बीजेपी के 80 फीसदी स्थानीय कार्यकर्ता नए उम्मीदवार संग नहीं खड़े होंगे। हिंदू-बंगाली वोट अहम हैैं। अगर मुझे टिकट न मिला, तब वे (जनता) किसी को वोट नहीं देंगे, जिससे बीजेपी हार भी सकती है।”
बता दें कि राम प्रसाद शर्मा ने यह सीट साल 2014 में असम गण परिषद (एजीपी) से छीन ली थी, जबकि हेमंत फिलहाल जलुकबारी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्होंने अब तक कोई भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है।