Karnataka Politics: कर्नाटक के नए उपमुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत दी है। शिवकुमार ने कहा कि वो 135 सीटों से खुश नहीं हैं। उन्होंने पार्टी कैडर से शांति बनाए रखने और 2024 के आम चुनावों के लिए काम करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि पार्टी के सदस्यों को अनुशासित होने और महत्वपूर्ण समय पर सही चीजों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।

बेंगलुरु में पूर्व पीएम राजीव गांधी की 32वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह में डीके शिवकुमार ने कहा, “विधानसभा चुनाव में हमने जो 135 सीटें हासिल की हैं, उससे मैं खुश नहीं हूं। हमारा फोकस सही जगह पर होना चाहिए और वह है आने वाले आम चुनाव। शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अब से हर चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए और हम सभी को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। यह तो बस शुरुआत है और सिर्फ एक जीत से आलस्य नहीं करना चाहिए।”

राज्य में शांति बनाए रखें: डीके शिवकुमार

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने पार्टी कैडर से राज्य में शांति बनाए रखने का भी अपील की। शिवकुमार ने कहा कि किसी भी वजह से मेरे घर या सिद्धारमैया के घर पर इकट्ठा न हों। हमें राज्य में शांति बनाए रखने की जरूरत है। हमें अगले पांच वर्षों के लिए एक मजबूत प्रशासन देने की जरूरत है। किसी भी नेता के साथ जो कुछ भी होता है, लेकिन इन सबके बावजूद पार्टी प्राथमिकता होनी चाहिए। पार्टी के लिए काम करने से ही रिजल्ट प्राप्त होता है। सीएम चेहरे की घोषणा से पहले नेता दिल्ली में थे।

सिद्धारमैया ने शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। कांग्रेस ने 10 मई को 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में 135 सीटें जीतीं थी। जिसमें भाजपा को 66 सीटें मिलीं, जबकि जनता दल (सेक्युलर) ने 13 मई को घोषित परिणामों में 19 सीटें हासिल कीं।

कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में पांच गारंटी को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ घंटों बाद सिद्धारमैया ने इस बात की घोषणा की। सिद्धारमैया ने कहा कि नए मंत्रिमंडल ने कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में मतदाताओं से किए गए वादों को लागू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है। इसे इसी वित्तीय वर्ष से लागू किया जाएगा। इस पर कुल अतिरिक्त खर्च करीब 50 हजार करोड़ रुपये आएगा।