Karnataka Assembly Election 2023: कर्नाटक विधानसभा को लेकर चुनाव प्रचार अभियान अपनी गति में आगे बढ़ रहा है। वहीं कांग्रेस और भाजपा नेताओं में वाकयुद्ध भी जारी है। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री को ‘जहरीला सांप’ कहे जाने के करीब चार दिन बाद उनके बेटे प्रियांक खड़गे ने सोमवार को पीएम मोदी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ शब्द बोलकर एक और विवाद खड़ा कर दिया। प्रियांक खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि अगर घर का बेटा नालायक हो तो घर कैसे चलेगा।

कर्नाटक के गुलबर्गा में सोमवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रियांक खड़गे ने पीएम मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘अगर घर का बेटा नालायक हो तो घर कैसे चलेगा? प्रियांक खड़गे बंजारा समुदाय की एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा, “जब आप गुलबर्गा आए, तो आपने बंजारा समुदाय को चिंता न करने के लिए कहा। आपने उन्हें कहा कि दिल्ली में बनारस का बेटा बैठा हुआ है।”

प्रियांक खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताया था। ऐसे में बेटे अगर नालायक है तो घर कैसे चलेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने खुद को बंजारा समुदाय का बेटा बताकर उनके लिए आरक्षण की समस्या पैदा कर दी है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने जानिए पीएम मोदी को लेकर क्या कहा था-

प्रियांग खड़गे के विवादित बयान से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी को सांप कहा था। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री मोदी एक जहरीले सांप की तरह हैं। आप सोचेंगे कि ये जहर है या नहीं, लेकिन अगर आप इसे चखेंगे तो आपकी मौत हो जाएगी।” हालांकि बीजेपी के चौतरफा हमले और चुनावी माहौल को देखते हुए खड़गे ने तत्काल अपने बयान को लेकर सफाई भी दी थी। उन्होंने कहा था कि उनका बयान पीएम मोदी के लिए नहीं था। वो बीजेपी की विचारधारा को सांप की तरह जहरीला बता रहे थे। जिसे आप छूने की कोशिश करेंगे तो मौत होनी निश्चित है।

कर्नाटक में क्या है बंजारा समुदाय के आरक्षण की स्थिति

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने सूबे में रिजर्वेशन को लेकर कई फैसले किए हैं। इसमें सरकार ने एससी कैटेगरी में आनी वाली उपजातियों के लिए आतंरिक आरक्षण की व्यवस्था की है। बंजारा समुदाय राज्य में अनुसूचित जाति के रिजर्वेशन का लाभार्थी रहा है। राज्य सरकार द्वारा हाल ही में की गई घोषणा से बंजारा समुदाय में रिजर्वेशन कम होने का डर है। सरकार की पुरानी व्यवस्था में बंजारा समुदाय को 10 फीसदी आरक्षण के अंदर अपनी दावेदारी पेश करनी पड़ती थी, लेकिन नई व्यवस्था में उन्हें 4.5 फीसदी आरक्षण के अंदर ही अपनी दावेदारी पेश करनी पड़ेगी।

कौन हैं प्रियांक खड़गे?

मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के उनके बेटे प्रियांक खड़गे पहली बार चुनावी मैदान में हैं। प्रियांक कर्नाटक की चित्तापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। कर्नाटक की राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रियांक के लिए यह चुनाव जीतना काफी महत्वपूर्ण है। जो उनके आगे का भविष्य तय करेगा।