गोवा में विधानसभा चुनाव 14 फरवरी को होंगे। राज्य की 40 सीटों पर एक चरण में ही मतदान कराये जाएंगे। ऐसे में अब मतदान के लिए बमुश्किल से एक महीना बचा है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस गोवा में काफी सक्रिय नजर आ रही है। बता दें कि टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो सप्ताह पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से संपर्क किया था और गठबंधन को लेकर एक निश्चित प्रस्ताव दिया था।
बता दें कि यह प्रस्ताव गोवा में सत्ताधारी दल भाजपा से मुकाबला करने के लिए गठबंधन करने को लेकर था। गौरतलब है कि यह प्रस्ताव दिलचस्प इसलिए भी है क्योंकि ममता बनर्जी ने अभी एक महीने पहले अपनी गोवा यात्रा के दौरान कहा था कि टीएमसी व अन्य पार्टियों के गठबंधन में अगर कांग्रेस चाहे तो शामिल हो सकती है।
दरअसल शनिवार को द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए टीएमसी गोवा की प्रभारी महुआ मोइत्रा ने कहा कि दोनों पार्टियों के प्रमुखों ने इस मामले में बात की है। मोइत्रा ने कहा कि प्रमुखों से मतलब शीर्ष नेतृत्व से है। इसमें चुनाव प्रभारी नहीं है, ना ही राज्य प्रभारी है। इसका मतलब महासचिव या उपाध्यक्ष नहीं है। बल्कि वह व्यक्ति जो पार्टी के मुख्य फैसले लेता है।
मोइत्रा से बातचीत करने की कोई इच्छा नहीं: मोइत्रा की इस टिप्पणी पर गोवा कांग्रेस वरिष्ठ पर्यवेक्षक पी चिदंबरम ने कहा कि “माननीय सांसद महुआ मोइत्रा के साथ मौखिक बातचीत करने की मेरी कोई इच्छा नहीं है।” सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस टीएमसी के साथ जाने में अभी कोई भी जल्दबाजी नहीं कर रही है।
TMC से गठबंधन आत्मघाती होगा: के एक शीर्ष नेता ने कहा, “गोवा में टीएमसी हमें कमजोर करना चाहती है। वो हमारे नेताओं पर निशाना लगाए बैठी है। अब उन्हें एहसास हो गया है कि वो गोवा में कोई भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में हमसे गठबंधन करना चाहते हैं। अगर हम टीएमसी के साथ सीटों का बंटवारा करते हैं तो यह हमारे नेताओं और कैडर को क्या संकेत देगा? यह हमारे लिए आत्मघाती होगा।”