पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्य की जनता के नाम एक वीडियो संदेश जारी किया है। अपने वीडियो संदेश में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का बिना नाम लिए हुए कहा कि जबरन गले लगाने या बिन बुलाए बिरयानी खाने से दूसरे मुल्कों से संबंध नहीं सुधरते हैं। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर प्रतिक्रिया दी।
पंजाब की जनता के नाम संदेश में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि अब सत्ताधारियों को समझ में आ गया होगा कि नेताओं से जबरदस्ती गले मिलने या बिन बुलाए बिरयानी खाने के लिए पहुंच जाने से दूसरे देशों के साथ रिश्ते नहीं सुधरते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को ये भी समझ लेना चाहिए कि अपनी सूरत बदलने से सीरत नहीं बदलती है। जो सच है वो किसी न किसी रूप में सामने आ ही जाता है। बड़ी-बड़ी बातें करना बहुत आसान है लेकिन उन बातों को अमल में लाना बहुत कठिन होता है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर कमेंट किए। ट्विटर यूजर @sidhujas99 ने लिखा कि वाह सरदार जी वाह! आप बोले भी तो कमाल बोले, सौ की एक सुना दी, चंद लफ़्ज़ों में ही औक़ात बता दी। वहीं @kissan4536789 ने लिखा कि अरे ग़ज़ब हो गया हमारे सरदार जी को भी जोश आ गया। अब चोरों की खैर नहीं, आखिर कब तक देश को लूटते हुए देखते।
इसके अलावा ट्विटर यूजर @Chittra81716521 ने लिखा कि कांग्रेस अभी भी मनमोहन सिंह की बेइज्जती कर रही है। पंजाबी बोलने के लिए भी लिखकर दिया गया है अर्थात रिमोट कंट्रोल। वहीं @lal_amrendra ने लिखा कि अपने मालिक मालकिन के आगे हाथ जोड़कर नतमस्तक होकर मौन धारण कर खड़े रहने से कुछ नहीं होता है।
अपने वीडियो संदेश में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किसान आंदोलन और पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक का भी जिक्र किया। मनमोहन सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री की सुरक्षा के नाम पर पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार चरणजीत सिंह चन्नी और यहां के लोगों को भाजपा द्वारा बदनाम करने का प्रयास किया गया। जिसे किसी भी लिहाज से सही नहीं माना जा सकता है। इसी प्रकार किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब और पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश की गई। जिन पंजाबियों के दिलेरी, बहादुरी, देशभक्ति और कुर्बानी को पूरी दुनिया सलाम करती है, उन पंजाबियों के बारे में क्या कुछ नहीं बोला गया। पंजाब की मिट्टी से उपजे एक सच्चे भारतीय के रूप में मुझे पूरे घटनाक्रम से बहुत दुख हुआ है।