गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को राजकोट में भाजपा ने अपने प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला की मदद के लिए आगे किया है। रूपाला अपने कुछ बयानों के चलते संसदीय क्षेत्र में राजपूत समुदाय के गुस्से का सामना कर रहे हैं।
साल 2022 में अचानक मुख्यमंत्री पद से हटाए गए विजय रूपाणी अब बीजेपी पंजाब के प्रभारी हैं। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से बीजेपी के सामने मौजूद चुनौतियों पर बात की है।
‘अति आत्मविश्वास एक बड़ी चुनौती’
विजय रूपाणी ने बीजेपी के सामने मौजूद चुनौतियों का ज़िक्र करते हुए कहा, “मैं अक्सर कहता रहा हूं कि अति आत्मविश्वास एक बड़ी चुनौती है। कार्यकर्ताओं में अति आत्मविश्वास नहीं होना चाहिए। आत्मविश्वास एक हद तक होना जरूरी है।”
दूसरी चुनौती का जिक्र करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि जातिवाद एक बड़ी चुनौती होगी। जातिवाद का मुद्दा पिछले कैच वक़्त में काफी बढ़ गया है। विजय रूपाणी ने कहा-“जातिवाद जोर पकड़ रहा है और इसे राजनीति में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए हम कुछ संतुलन और सोशल इंजीनियरिंग का काम करते रहते हैं। जातिवाद सभी राजनीतिक दलों और पूरे देश के लिए चिंता का कारण है और लोगों को इससे बाहर निकालने का एकमात्र समाधान राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा देना है।
सूरत लोकसभा में भाजपा की निर्विरोध जीत पर बयान
विजय रूपाणी ने कहा, “वहां के कांग्रेस प्रत्याशी खुद भूमिगत हो गये हैं। हम इसके बारे में क्या कर सकते हैं? यह सब कांग्रेस का किया धरा है।” विजय रूपाणी से जब यह पूछा गया कि कांग्रेस के उम्मीदवार को जानबूझ को हटाए जाने के लिए मजबूर किया गया? तो पूर्व सीएम ने जवाब दिया, “यह बिलकुल भी सच नहीं है। यदि यह संभव होता तो हम सभी निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसा ही करते। मामले की सच्चाई यह है कि सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार को अपनी पार्टी से दिक्कत थी।”
विजय रूपाणी ने आगे कहा,”ऐसा होना बहुत बुरा है लेकिन जब कांग्रेस खस्ताहाल है तो हम इसमें क्या कर सकते हैं? एक समय था जब हम विपक्ष में थे और हम मुश्किल से अपनी जमानत बचा पाते थ। लेकिन हमने कभी हार नहीं मानी। हम ऐसे कार्यकर्ताओं की एक ताकत खड़ी करने में कामयाब रहे हैं जो सत्ता-केंद्रित नहीं बल्कि वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध हैं।”
कांग्रेस पर भी किया कटाक्ष
विजय रूपाणी ने कहा कि यह विपक्षी नेताओं के लिए चिंता करने की बात है कि वह कैसे राजनीति में टिक सकते हैं। विजय रूपाणी ने कहा, “कांग्रेस को ही लीजिए। उनका कोई नेता नहीं है. पार्टी भाई-भतीजावाद की चपेट में है।”
बीजेपी के 400 पार के नारे पर क्या बोले
विजय रूपाणी से इंडियन एक्सप्रेस ने सवाल किया कि विपक्ष भाजपा के 400 से अधिक सीटें जीतने के नारे को संविधान खत्म करने और विपक्ष को साइड करने के तौर पर देख रहा है। इसके जवाब में विजय रूपाणी ने कहा, “ऐसा बिलकुल नहीं है। यह केवल भाजपा के आत्मविश्वास को दर्शाता है, जो नरेंद्र मोदी के प्रदर्शन से प्रेरित है और जिस तरह से भाजपा की पहुंच का विस्तार हुआ है। अतीत में राजीव गांधी ने 400 से अधिक सीटें जीती थीं। हम सिर्फ दो सीटें जीतने में कामयाब रहे थे. और फिर भी, हम उठे और आज देश पर शासन कर रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हमने विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी है।”