अमेठी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने मंगलवार को कहा कि अमेठी राहुल और प्रियंका गांधी की अमानत है और मेरे पास धरोहर के रूप में है, जब भी परिवार का आदेश होगा, वापस कर दूंगा। शर्मा अमेठी में मुसाफिरखाना में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। शर्मा ने कहा, गांधी परिवार ने कभी अमेठी को राजनीति के लिहाज से नहीं देखा। अमेठी को अपना घर परिवार समझा और इस परिवार से मैं 1983 से एक सेवक के रूप में जुड़ा हुआ हूं। 22 साल की उम्र से मैं अमेठी में हूं। कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा, मैं गांधी परिवार का सेवक हूं, अमेठी का सेवक हूं, और सेवक ही रहूंगा। परिवार का आदेश हुआ, मैं आप सबके बीच में चुनाव लड़ रहा हूं लेकिन मैं आज भी अपने को सेवक ही समझता हूं।

शर्मा ने कहा- यह लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है

उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र और संविधान को बचाने का चुनाव है और पिछले पांच सालों में अमेठी को बहुत नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, पेपर मिल, मेगा फूड पार्क जैसे तमाम संस्थान अमेठी से हटा दिए गए और अमेठी से ऊंचाहार रेल लाइन परियोजना को भी निरस्त कर दिया गया। किशोरी लाल ने कहा, देश में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है लेकिन युवाओं को अग्निवीर के नाम पर छला जा रहा है। धोखा दिया जा रहा है, उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

अमेठी लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान

शर्मा ने लोगों से अपील की, आप सब सोनिया गांधी के लिए राहुल गांधी के लिए प्रियंका गांधी के लिए कांग्रेस को मतदान करें लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में अपना योगदान दे। अमेठी लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान हैं। यहां कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा का मुकाबला भाजपा की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है।

उधर, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि इस बार हर वर्ग के लोग मिलकर कांग्रेस को जीताएंगे। उन्होंने बताया कि लोगों ने यह भी कहा है कि पिछली बार उनसे गलती हुई, जिसका वे पश्चाताप कर रहे हैं। पश्चाताप करके उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है वे कांग्रेस पार्टी को चुनकर लाएंगे।

इसके अतिरिक्त कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से गठबंधन के सहयोगियों को एक पत्र भी भेजा गया है। इस पत्र में कांग्रेस ने सभी सहयोगी दलों से मतदान फीसद बढ़ाने के लिए पहल करने की अपील की है। पत्र में चुनाव के विभिन्न चरण में कम मतदान फीसद पर चिंता जाहिर की है। वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, पहले दो चरण के बाद ही यह स्पष्ट हो गया कि निर्णायक जनादेश इंडिया गठबंधन को मिलेगा। हमने 1984 के बाद गुजरात में सूरत सीट कभी नहीं जीती। वहां हमारे उम्मीदवार को बलपूर्वक और धमकी देकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया गया।

निर्दलीय उम्मीदवारों को भी अपना नामांकन वापस लेने के लिए कहा गया। भाजपा इतनी घबराई हुई है, यहां तक कि उस सीट पर भी जहां हम 1984 के बाद कभी नहीं जीते। यह जमीनी हकीकत दिखाता है कि हर कोई 10 साल के ‘अन्याय काल’ से परेशान है। जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा कि अभी तक देश में 283 सीट के लिए मतदान हो चुका है। इस मतदान के बाद बड़ा ही स्पष्ट है कि भाजपा दक्षिण (साउथ) में साफ और उत्तर में (हाफ) आधी सीट पर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जिस प्रकार से घबराए हुए हैं और जिस तरह के उनके भाषण हैं। यह सब गठबंधन की जीत का इशारा है। इसके अतिरिक्त इस समय प्रधानमंत्री और भाजपा मोदी की गारंटी को लेकर भी कोई प्रचार नहीं कर रहे हैं और एक दम शांत है। इसके अतिरिक्त भाजपा का चार सौ पार का नारा भी गुम हो गया है।