जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, राजनैतिक पार्टियों के प्रचार में तेजी आने लगी है। विश्‍व की सबसे बड़ी सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक ने राजनैतिक विज्ञापनों का डेटा जारी किया है। इसमें पता चला कि विज्ञापनों पर खर्च कुल रकम में आधे से भी ज्‍यादा भाजपा और उसके सहयोगी दलों का है। दूसरे नंबर पर काबिज स्‍थानीय दलों के बाद कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने फेसबुक पर विज्ञापन देने पर सबसे ज्‍यादा खर्च किया है। इन सहयोगियों में वे पार्ट‍ियां, मंत्री, सांसद, विधायक और संगठन के नेता शामिल हैं जो किसी राजनैतिक पार्टी का खुलकर समर्थन करते हैं और उनके फेसबुक फैन पेजेज भी ऐसा ही करते हैं।

फेसबुक विज्ञापनों पर बीजेपी और उसके सहयोगियों ने फरवरी में 2.37 करोड़ रुपये खर्च किए। बीजेपी ने ‘भारत के मन की बात’ पेज के जरिए एक विज्ञापन चलाया जिसके लिए उसने फरवरी में फेसबुक को 1.1 करोड़ रुपये का भुगतान किया। एक और पेज ‘नेशन विद नमो’ ने फरवरी में 60 लाख रुपये से ज्‍यादा रकम विज्ञापनों पर खर्च की है।

सबसे ज्‍यादा खर्च करने वालों ने बीजेडी के नवीन पटनायक सबसे ऊपर हैं जिन्‍होंने 32 विज्ञापनों पर 8,62,981 रुपये खर्च किए। भाजपा के जयंत सिन्‍हा, अमित शाह, मुरलीधर राव, नरेंद्र खिचर ने 2 से 3 लाख रुपये फेसबुक विज्ञापनों पर खर्चे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने फरवरी में 2 फेसबुक विज्ञापनों पर करीब डेढ़ लाख रुपये खर्च किए हैं।

क्षेत्रीय पार्टियों ने इसी दौरान विज्ञापनों पर 19.8 लाख रुपये लगाए, जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने 10.6 लाख रुपये खर्च किए। इकॉनमिक टाइम्‍स से बातचीत में भाजपा नेताओं ने कहा कि चुनाव खत्‍म होने तक सोशल मीडिया पर होने खर्च पार्टी के कुल विज्ञापन खर्च का 20-25 फीसदी हो जाएगा।

फेसबुक द्वारा जारी डेटा के मुताबिक, MyGov जैसे सरकारी विभाग और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों ने 35 लाख रुपये से ज्‍यादा रकम विज्ञापनों पर खर्च की है। कंपनी ने Ad Archive Report के तहत यह डेटा सार्वजनिक किया है। खर्च के यह आंकड़े उन्‍हें विज्ञापनों के हैं जिनके लिए 5,000 से ज्‍यादा का भुगतान किया गया। फेसबुक के पॉलिटिकल एड पोर्टल पर 7 साल तक सभी भारतीय राजनैतिक विज्ञापन दिखाए जाते हैं। अक्‍टूबर 2018 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में फेसबुक के लगभग 30 करोड़ यूजर्स हैं।