सोमवार को पश्चिम बंगाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाई-वोल्टेज प्रचार किया। जहां अमित शाह ने सीएम ममता को ‘राज्य में मारे गए 130 भाजपा कार्यकर्ताओं’ के परिवार के सदस्यों के दर्द की याद दिलाई तो वहीं टीएमसी सुप्रीमो ममता ने बीजेपी को ” विभाजनकारी ” बताते हुए कहा कि वे बीजेपी से आखिरी सांस तक लड़ेंगी।

बंगाल में अमित शाह के प्रचार अभियान की शुरुआत इतनी अच्छी नहीं रही क्योंकि उनके हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के चलते उनको झाड़ग्राम रैली को वर्चुअल तरीके से संबोधित करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने बांकुरा के रानीबांध क्षेत्र में मंच से लोगों को संबोधित किया। अमित शाह ने भाजपा को वोट देने की अपील की और कहा कि बीजेपी सरकार राज्य के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करेगी। ममता बनर्जी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए, शाह ने कहा, “दीदी (बनर्जी), जब आपके पैर पर चोट लगी तब आपको दर्द महसूस हुआ। मैं आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। लेकिन, टीएमसी के गुंडों द्वारा मारे गए 130 भाजपा कार्यकर्ताओं की माताओं के दर्द का क्या। आपने कभी उनके बारे में सोचने की जहमत नहीं उठाई, लेकिन वे वोट डालते समय आपको जवाब देंगी। ”

पश्चिम बंगाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए, शाह ने कहा,“ आदिवासी प्रमाण पत्र के लिए भी टीएमसी कट मनी लेती है। हम सुनिश्चित करेंगे कि आदिवासियों की जमीन सुरक्षित रहे। हमारा विशेष ध्यान क्षेत्र में आदिवासियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पीने के पानी की सुविधा देना होगा। ”

इस बीच, ममता बनर्जी, ने पुरुलिया में दो रैलियों को संबोधित किया। अपनी व्हीलचेयर पर बैठे ममता ने कहा कि कोई साजिश या चोट उन्हें बीजेपी के खिलाफ अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाने से रोक नहीं सकती है। ममता ने कहा, “कुछ दिन रुकिए। मेरा पैर ठीक हो जाएगा। मैं तब देखूंगी कि आप बंगाल की धरती पर स्वतंत्र रूप से घूम सकें। ”

ममता बनर्जी ने दावा किया कि दुनिया की किसी अन्य सरकार ने अपने लोगों के लिए उतना काम नहीं किया है जितना कि टीएमसी सरकार ने किया है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री देश नहीं चला सकते। वह पूरी तरह से अक्षम हैं। बीजेपी द्वारा बंगाल की कई विधानसभा सीटों पर सांसदों को टिकट देने पर सीएम ने भाजपा पर हमला बोला।