आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को लोकसभा के बाद समीक्षा बैठक के बाद कहा कि वह दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने 2015 और 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारी जीत दर्ज की और भाजपा को क्रमशः तीन और आठ सीटों पर सीमित कर दिया। दिल्ली में 70 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 13 एससी आरक्षित हैं और सात लोकसभा क्षेत्र हैं। प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में 10 विधानसभा सीटें हैं। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में, आप ने राष्ट्रीय राजधानी की सात सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। पार्टी के राज्य संयोजक गोपाल राय ने कहा कि 23 जून को दिल्ली आप के कार्यकर्ताओं के साथ भी चर्चा की जाएगी।
दिल्ली में सीएम आवास पर हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मीटिंग में चर्चा
गोपाल राय ने कहा कि कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था और उन्होंने संकेत दिया कि सत्तारूढ़ पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पार्टी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद राय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ को पूरा समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा, ” ‘इंडिया’ गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए था। कई दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था और ‘आप’ भी इसका हिस्सा थी। फिलहाल दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कोई गठबंधन नहीं हुआ है।” राय ने कहा कि बृहस्पतिवार को हुई बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि लोकसभा चुनाव में जनादेश “तानाशाही” के खिलाफ था। उन्होंने कहा, “हमने अत्यंत प्रतिकूल परिस्थितियों में चुनाव लड़ा। हमारे शीर्ष नेता जेल में हैं। सभी सीट पर जीत का अंतर कम हुआ है।”
राय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद ‘आप’ कार्यकर्ताओं में निराशा थी, लेकिन पार्टी कठिन परिस्थितियों में भी एकजुट रही और तानाशाही के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि ‘आप’-कांग्रेस गठबंधन का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि दिल्ली में भाजपा उम्मीदवारों की जीत का अंतर कम हो गया है। ‘आप’ के दिल्ली संयोजक ने कहा, “बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आठ जून को हम पार्षदों के साथ बैठक करेंगे और 13 जून को दिल्ली के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी। चूंकि केजरीवाल जेल में हैं, इसलिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।”