2019 Lok Sabha Election : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम (8 मार्च) गाजियाबाद में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक का सबूत मांगने वाले विपक्षी नेताओं पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने कहा कि बालाकोट हवाई हमले के सबूत मांगकर विपक्षी नेता पाकिस्तान को ‘खुश’ करने में लगे हुए हैं। देश के 130 करोड़ लोग ही मेरा सबूत हैं।
विपक्ष को दिया करारा जवाब : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘क्या आप (जनता) ऐसा कुछ करेंगे, जिससे पाकिस्तान खुश हो या पाकिस्तान ताली बजाए? लेकिन विपक्ष के हमारे कुछ नेता पिछले 10 दिन से यही काम कर रहे हैं। इन लोगों को पहचानिए। इन्हें देश की चिंता नहीं है, बल्कि ये लोग जेल जाने से डरे हुए हैं। यही कारण है कि वे केंद्र की सत्ता पर काबिज होना चाहते हैं। क्या पाकिस्तान मूर्ख है, जो यह कहेगा कि हम पर हमला हुआ? लेकिन ये हमारे ही लोग हैं, जो सबूत मांग रहे हैं। विपक्षी दल साफ तौर पर सुन लें….130 करोड़ लोगों का भरोसा ही मेरा सबूत है। कृपया पाकिस्तान को खुश करने का खेल बंद कीजिए।’’
हमने नहीं लिया एयर स्ट्राइक का श्रेय : मोदी बोले, ‘‘26 फरवरी को हुई एयर स्ट्राइक के बाद आपने ध्यान दिया होगा कि भारत सरकार इसके बारे में खामोश थी। लेकिन हवाई हमले के बाद हम सोए नहीं थे। यह चौकीदार जाग रहा था। हमने बहादुरी का प्रदर्शन किया, लेकिन हम शांत थे और कोई श्रेय नहीं लिया। यह पाकिस्तान था, जिसने पहले ट्वीट किया और सुबह 5 बजे से ही चिल्लाना शुरू कर दिया। यह पाकिस्तान था, जिसने भारत के साहसिक कदम के बारे में बताया।’’
मुंबई हमले का जिक्र भी किया : पीएम मोदी ने कहा, ‘‘2008 में मुंबई में आतंकी हमले के बाद पूर्व की कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया। अगर लोग ऐसी घटनाओं का ऐसा ही जवाब चाहते तो वे मुझे (मोदी को) नहीं चुनते। जब आतंकवादियों ने पुलवामा में हमारे 40 जवानों पर हमला किया तो क्या मोदी को चुप रहना चाहिए था ? अगर पहले की सरकार की तरह मैंने बर्ताव किया होता तो लोग मुझे क्यों चुनते? विरोधी दल के नेताओं को देश की चिंता नहीं है। जो आतंकी हमला हुआ, उसके बाद मोदी यदि चुप बैठता तो क्या अच्छा लगता? क्या देश की जनता को भारतीय सेना पर भरोसा है? क्या हर हिंदुस्तानी नहीं चाहता कि पाकिस्तान और आतंकवाद को सबक सिखाया जाए? नामुमकिन को मुमकिन बनाने का नाम मोदी है।’’
देश की जनता से मिला साहस : प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पूर्व की सरकारों ने नामुमकिन शब्द दोहराते हुए कदम पीछे खींचने का काम किया। नामुमकिन से मुमकिन बनाने का साहस भी मुझे देश की जनता से ही मिला है। केंद्र में सरकार के आने के बाद देश के हर वर्ग के प्रति अनेक कल्याणकारी योजनाओं की न केवल शुरुआत की, बल्कि बड़ी तादाद में किसानों के बैंक खातों में पहली किस्त भेजने का काम किया। दूसरी किस्त भी किसानों के बैंक खातों में भेजने की तैयारी है। इस पूरे कार्य में दूर तक न कोई बिचैलिया है और न ही मलाई खाने वाला।’’