पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटे के अंदर हुई मूसलाधार बारिश ने राजधानी कोलकाता के साथ-साथ कई जिलों और शहरों में आम जनजीवन को काफी प्रभावित किया है। कई जगहों पर बाढ़ के हालात हैं तो कहीं जलभराव के चलते बिजली के झटकों से हुई दुर्घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। इन हालात के बीच राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने 24 और 25 सितंबर को राज्य के सभी सरकारी और गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है।
स्टाफ को मिला वर्क फ्रॉम होम
शिक्षा मंत्री ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा है कि राज्य भर में ‘अभूतपूर्व आपदा जैसी स्थिति’ को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल 24 और 25 सितंबर को बंद रहेंगे। साथ ही शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को जरूरी और लंबित शैक्षणिक कार्यों को पूरा करने के लिए घर से काम करने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में छात्रों को राहत देने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री की अपील के बाद अगले दो दिन स्कूल सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
5 घंटे की बारिश से बेहाल हुए कई शहर और जिले
बता दें कि पश्चिम बंगाल में सोमवार देर रात से शुरू हुई लगातार कई घंटों की बारिश के बाद मंगलवार को कई जिलों और शहरों में हालात खराब हो गए। कोलकाता की सड़कें जलमग्न नजर आईं। लेक मार्केट, रासबिहारी, थंथनिया, पटुली, संतोषपुर एवेन्यू, पार्क सर्कस, नागर बाजार और बोसपुकुर तालबागान सहित कई इलाकों में जलभराव हो गया। कई जगहों पर तो पानी कमर से ऊपर था। बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम दो लोगों की जान चली गई। करीब 5 घंटे की बारिश ने आम जनजीवन को बेहाल कर दिया।
दुर्गा पूजा की छुट्टियां दो दिन पहले से हुईं शुरू
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में दुर्गा पूजा की छुट्टियां 26 सितंबर से शुरू होने वाली थीं, लेकिन अब यह छुट्टियां एक दिन पहले यानी बुधवार से ही प्रभावी रूप से शुरू होंगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा की छुट्टियां आमतौर पर लगभग 4 से 7 दिन की होती हैं। हालांकि यह स्थानीय प्रशासन, स्कूल और कॉलेज के नियमों पर भी निर्भर करता है। उन्होंने सभी छात्रों और कर्मचारियों को पूजा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने हाल ही में हुई इस आपदा में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की।