देश में पेपर लीक को लेकर मचे घमासान के बीच दो और बड़ी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। दरअसल, 23 जून 2024, रविवार को आयोजित होने वाली नीट पीजी और नीट यूजी परीक्षा को स्थगति कर दिया गया है। नीट यूजी परीक्षा देश के सिर्फ 6 शहरों में 1563 बच्चों के लिए फिर से आयोजित हो रही थी, लेकिन अब माना जा रहा है कि यह परीक्षा 30 जून को हो सकती है। वहीं नीट पीजी को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय आने वाले दिनों में लेटेस्ट अपडेट जारी करेगा।
पूरे देश में नीट यूजी पेपर लीक को लेकर विवाद चल रहा है। छात्र और विपक्षी दल देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। पेपर लीक विवाद के बीच केंद्र ने अनियमितताओं पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कानून लागू कर दिया है। नीट, यूजीसी-नेट परीक्षाओं को लेकर विवाद के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 अधिसूचित कर दिया, जिसका उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं में कदाचार और अनियमितताओं पर अंकुश लगाना है।
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इस अधिनियम के तहत अपराधियों के लिए अधिकतम 10 साल की जेल की सजा और एक करोड़ रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लगभग चार महीने पहले अधिनियम को मंजूरी दी थी, जिसके बाद कार्मिक मंत्रालय ने शुक्रवार रात एक अधिसूचना जारी की, जिसमें कहा गया कि कानून के प्रावधान 21 जून से लागू हो जाएंगे। यूजीसी-नेट, 2024 परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने को लेकर जारी विवाद के बीच यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की जांच के लिए बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया था। विपक्षी दलों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में भी अनियमितताओं का आरोप लगाया है, जिसके परिणाम एनटीए ने चार जून को घोषित किए थे। अधिसूचना में कहा गया है, “लोक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 की धारा 1 की उपधारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार 21 जून, 2024 को उक्त अधिनियम लागू करती है।”
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने 6 जुलाई से शुरू होने वाली नीट-यूजी काउंसलिंग प्रक्रिया को स्थगित करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया और कहा कि यह ऐसी प्रक्रिया नहीं है, जिसे जब चाहे शुरू एवं जब चाहे बंद कर दिया जाए। इसके साथ ही मुद्दे पर राजनीतिक विवाद जारी रहा। नीट और यूजीसी-नेट के संचालन में खामियों को लेकर आलोचना झेल रही राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) रविवार को 1,563 अभ्यर्थियों के लिए मेडिकल प्रवेश परीक्षा दोबारा आयोजित करने की तैयारी कर रही हैं। इन अभ्यर्थियों को छह केंद्रों पर समय के नुकसान के चलते कृपांक प्रदान किए गए थे। इस बीच, कांग्रेस ने संबंधित परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन किए और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की।
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नीट विवाद में बिहार में 5 और गिरफ्तारियां की गई हैं। इस समय बिहार ही इस पूरे विवाद का सबसे बड़ा एपीसेंटर बना हुआ है। EOU की तरफ से यह कार्रवाई की गई है। वैसे सीबीआई ने भी इस मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
नीट-यूजी में पहले ग्रेस अंक दिए गए 1,563 उम्मीदवारों में से 813 ने रविवार को दोबारा परीक्षा दी। इससे साफ नजर आ रहा है कि दोबारा परीक्षा में छात्रों के बीच दिलचस्पी नहीं दिखी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सात केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई।
नीट यूजी री-एग्जाम का एक सेंटर छत्तीसगढ़ के बालोद में भी था। यहां भी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने इस एग्जाम का बहिष्कार किया। जानकारी के मुताबिक, इस सेंटर पर 185 स्टूडेंट्स को री-एग्जाम के लिए पहुंचना था, लेकिन 115 छात्र ही परीक्षा में शामिल हुए जबकि 70 स्टूडेंट्स ने परीक्षा का बायकॉट किया।
नीट यूजी 2024 री-एग्जाम में कुल 1563 बच्चे उपस्थित होने थे, लेकिन कुल 813 बच्चों ने ही यह परीक्षा दी है। बाकि स्टूडेंट्स ने एग्जाम का बहिष्कार किया। चंडीगढ़ में एक सेंटर पर 2 बच्चों को पेपर देना था, लेकिन दोनों में से कोई भी पेपर के लिए नहीं पहुंचा।
केंद्र सरकार ने शनिवार को नीट यूजी मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी जिसके बाद रविवार को सीबीआई की एक टीम जांच करने के लिए नवादा पहुंची, लेकिन खबर है कि वहां ग्रामीणों ने उस टीम पर हमला कर दिया। ग्रामीणों ने सीबीआई की टीम की गाड़ियों पर पथवार किया। इस दौरान उनके वाहनों के शीशे टूट गए।
नीट यूजी री-एग्जाम देश के 6 शहरों में आयोजित हुआ। कुल 6 सेंटर्स पर आयोजित हुई यह परीक्षा 2 बजे से लेकर शाम 5:20 बजे तक आयोजित हुई। चंडीगढ़ में इस परीक्षा के खिलाफ विरोध भी हुआ। दरअसल, 2 छात्रों ने यहां पेपर का बहिष्कार किया। इन दो ही छात्रों को यहां परीक्षा देनी थी, लेकिन दोनों ही स्टूडेंट्स पेपर देने नहीं पहुंचे।
जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ के सेक्टर-44 में सेंट जोसेफ सीनियर सेकेंडरी स्कूल में दोपहर 1:30 बजे तक कोई स्टूडेंट पेपर के लिए नहीं पहुंचा। डेढ़ बजे के बाद स्कूल के गेट बंद कर दिए गए।
नीट यूजी में कथित गड़बड़ी के मामले की जांच पूरे देश में जोरशोर से हो रही है। शनिवार को महाराष्ट्र एटीएस ने इस मामले में लातूर जिले से एक कोचिंग सेंटर चलाने वाले दो शिक्षकों को हिरासत में लिया। रविवार को एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमारी नांदेड़ यूनिट ने दोनों शिक्षकों को हिरासत में लिया और कई घंटों तक उनसे पूछताछ की। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। अधिकारियों ने उन शिक्षकों को यह कहा कि जरूरत पड़ने पर उन्हें फिर से बुलाया जा सकता है।
पेपर लीक विवाद के बीच एनटीए के चीफ नियुक्त किए गए प्रदीप सिंह खरोला कर्नाटक कैडर के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। 2017 में वह सबसे पहले एयर इंडिया के प्रमुख के रूप में नियुक्त हुए थे। इसके बाद उन्होंने बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी में रूप में कार्य किया। 2019 में, आईएएस अधिकारी प्रदीप सिंह को नया नागरिक उड्डयन सचिव नियुक्त किया गया।
2022 में उन्हें भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO) के अध्यक्ष के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया। तब से वे संगठन में सेवारत हैं और अब उन्हें नियमित पदाधिकारी की नियुक्ति तक राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। खरोला को यह जिम्मेदारी सुबोध सिंह की जगह मिली है।
इस वक्त की बड़ी खबर ये आ रही है कि नीट यूजी मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पहली FIR दर्ज कर ली है। बता दें कि केंद्र सरकार ने शनिवार देर रात ही मामले की जांच सीबीआई को सुपुर्द की थी।
नीट यूजी पेपर लीक और नेट परीक्षा रद्द मामले पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने रविवार को कहा कि ये कोई पहली बार की घटना नहीं है बल्कि इस सरकार में ऐसी चीजें होती आ रही हैं। स्टालिन ने कहा कि यह एक तरह का घोटाला है जो उजागर हो चुका है।
स्टालिन ने आगे कहा कि आइए हम बेहतर भविष्य की संरचना के लिए एकजुट हो। हमें जरूरत है न्यायसंगत चयन प्रक्रिया बनाने, स्कूली शिक्षा की प्राथमिकता सुनिश्चित करने और इसे करियर का आधार बनाने (और) व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए अपनी चयन प्रक्रिया निर्धारित करने के लिए राज्यों के अधिकारों को बहाल करने के लिए हाथ मिलाएं।
नीट यूजी परीक्षा उन 6 शहरों में दोबारा आयोजित की जा रही है जहां स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। NTA द्वारा जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स के तहत 1 या 2 अंक दिए गए थे, वे इन 6 परीक्षा केंद्रों से थे- छत्तीसगढ़ के बालोद और दंतेवाड़ा से 1-1, सूरत से 1, मेघालय, हरियाणा, चंडीगढ़ और बहादुरगढ़ से 1-1
इन्हीं 6 शहरों में दोबारा परीक्षा हो रही है, लेकिन सेंटर्स बदल दिए गए हैं।
नीट विवाद और पेपर लीक मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने एक बयान में कहा है, "पीएम मोदी और बीजेपी सरकार के शासनकाल में सबसे बड़ा परीक्षा घोटाला चल रहा है। यह घोटाला बीजेपी के द्वारा ही किया गया है और सीबीआई तो उनका ही संगठन है इसलिए वह सरकार के खिलाफ जांच नहीं करेगी। सीबीआई जांच सिर्फ एक दिखावा है, जांच करनी है तो सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के नेतृत्व में होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
नीट यूजी ग्रेस मार्क विवाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 6 सेंटर्स पर दोबारा परीक्षा शुरू हो गई है। इस एग्जाम को कुल 1563 बच्चे दे रहे हैं। सबसे ज्यादा बच्चे छत्तीसगढ़ में इस परीक्षा को दे रहे हैं। परीक्षा का समय दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 5:20 तक है। सभी 6 सेंटर्स पर एनटीए ने पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए हैं।
नीट पीजी 2024 की परीक्षा आज होनी थी, लेकिन कल रात ही इस पेपर को स्थगित कर दिया गया। बता दें कि NBEMS ने नीट पीजी परीक्षा से दो दिन पहले स्टूडेंट्स को एक हिदायत भी दी थी जिसमें कहा गया था कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग NEET PG का क्वेश्चन पेपर के बदले भारी रकम देने का दावा कर रहे हैं। ऐसे लोगों खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है और इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। NBEMS ने कहा था कि ऐसे लोगों के झांसे में बिल्कुल ना आएं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि कि एनटीए आज ही नीट यूजी की दोबारा परीक्षा को आयोजित करने जा रहा है। यह परीक्षा 23 जून को ही निर्धारित थी, लेकिन इसका समय बदल दिया गया। अब यह परीक्षा दोपहर 2 बजे से लेकर शामल 5:20 बजे तक आयोजित होगी। एडमिट कार्ड एनटीए की ऑफिशियल वेबसाइट पर जारी किए जा चुके हैं। इसका रिजल्ट 30 जून को जारी किया जा सकता है।
पेपर लीक मामले में सरकार ने शनिवार को एनटीए चीफ सुधोब सिंह को उनके पद से बर्खास्त कर दिया। उनकी जगह आईएएस प्रदीप सिंह खरोला को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया। प्रदीप सिंह खरोला 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के अफसर हैं।
शनिवार को नीट पीजी परीक्षा स्थगित करने की घोषणा से पहले सरकार ने NTA चीफ सुबोध सिंह को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था। साथ ही सरकार ने NEET यूजी परीक्षा में अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र की मोदी सरकार पर ताजा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने पूरी शिक्षा व्यवस्था को 'माफिया' और 'भ्रष्टाचारियों' के हवाले कर दिया है।
उनकी यह प्रतिक्रिया केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के कामकाज की समीक्षा करने और परीक्षा सुधारों की सिफारिश करने के लिए एक पैनल गठित करने के एक दिन बाद आई है।
https://platform.twitter.com/widgets.jsNEET-UG :- पेपर लीक NEET-PG :- रद्द UGC-NET :- रद्द CSIR-NET :- रद्द आज ये देश की कुछ सबसे बड़ी परीक्षाओं का हाल है। भाजपा राज में समूची शिक्षा का ढाँचा माफियाओं-भ्रष्टाचारियों के हवाले हो चुका है। लालची और चाटुकार किस्म के अयोग्य लोगों के हाथ में देश की शिक्षा और बच्चों…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 23, 2024
अचानक से नीट पीजी परीक्षा को स्थगित करने के सरकार के फैसले पर कई सवाल उठ रहे हैं। चर्चा ये भी है कि क्या नीट पीजी परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ है? क्योंकि सरकार ने जिस तरह परीक्षा से कुछ घंटे पहले इसे स्थगित किया है वह फैसला इसी ओर इशारा करता है क्योंकि परीक्षा को स्थगित करने के पीछे का कारण सरकार ने छात्रों का हित बताया है। ऐसे में अगर परीक्षा होने के बाद ये बात सामने आती कि पेपर लीक हुआ है तो सरकार की ज्यादा फजीहत होती और छात्रों में अधिक आक्रोश भी देखने को मिलता।
नीट पीजी परीक्षा को सिर्फ एक दिन पहले स्थगित कर दिया गया। यह परीक्षा देश भर में करीब 52,000 पोस्ट-ग्रेजुएशन सीटों के लिए आयोजित होने वाली थी जिसके लिए 2 लाख MBBS डिग्री होल्डर कैंडिडेट्स परीक्षा देने वाले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया। जल्द ही नई तारीख की घोषणा की जाएगी।
23 जून 2024, रविवार को एनटीए नीट यूजी की भी परीक्षा आयोजित करने वाला था। एनटीए इस परीक्षा को सिर्फ 6 शहरों में 1563 विद्यार्थियों के लिए आयोजित कर रहा था, लेकिन अब इस परीक्षा को फिर से स्थगित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि यह परीक्षा अब 30 जून को आयोजित की जा सकती है।
देश में पेपर लीक विवाद को लेकर घमासान मचा हुआ है और ऐसे में 23 जून 2024, रविवार को आयोजित होने वाली नीट यूजी और नीट पीजी परीक्षा को भी स्थगित हो गई है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर की ओर से आज होने वाले नीट- पीजी (NEET PG) 2024 एग्जाम को भी स्थगित कर दिया गया है। एग्जाम पोस्टपोंड होने से संबंधित जानकारी एनबीईएमएस की वेबसाइट natboard.edu.in एवं nbe.edu.in पर दी गई है। परीक्षा की नई तिथि की घोषणा NBEMS की ओर से कुछ दिन बाद की जाएगी।
बता दें कि इससे पहले NTA ने शनिवार को सीएसआईआर नेट एग्जाम को भी स्थगित कर दिया था।
देश में एक तरफ नीट परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद है तो वहीं यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द होने के बाद से भी छात्रों में नाराजगी देखी जा रही है। यूजीसी नेट परीक्षा पेपर लीक होने के चलते रद्द कर दी गई थी। सीबीआई को इसकी जांच सौंपी गई थी। इसी कड़ी में शनिवार को सीबीआई की टीम जांच पड़ताल करते हुए कुशीनगर पहुंच गई। सीबीआई ने कुशीनगर के पडरौना से एक युवक निखिल को अरेस्ट किया। निखिल ने भी यूजीसी नेट की परीक्षा दी थी। उस पर आरोप हैं कि उसी ने टेलीग्राम पर पेपर के कुश अंश लीक किए थे।
नीट यूजी मामले को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने जिस पैनल का गठन किया है उसमें इन 7 सदस्यों को जगह मिली है। ये समिति परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने, सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए काम करेगी। यह समिति सरकार को 2 महीने में रिपोर्ट देगी।
1. डॉ. के. राधाकृष्णन (इसरो पूर्व अध्यक्ष और आईआईटी कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष) 2. डॉ. रणदीप गुलेरिया (एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक) 3. प्रो. बी जे राव (केंद्रीय विश्वविद्यालय हैदराबाद के कुलपति) 4. प्रो. राममूर्ति के (प्रोफेसर एमेरिटस, सिविल इंजीनियरिंग विभाग,आईआईटी मद्रास) 5. पंकज बंसल (सह-संस्थापक, पीपल स्ट्रॉन्ग और बोर्ड सदस्य- कर्मयोगी भारत) 6. प्रो. आदित्य मित्तल (डीन स्टूडेंट अफेयर्स, आईआईटी दिल्ली) 7. गोविंद जायसवाल (संयुक्त सचिव, शिक्षा मंत्रालय)
नीट पेपर लीक मामले के बाद से एनटीए की कार्यशैली पर खूब सवाल खड़े हो रहे हैं। पिछले 10 दिन के अंदर एनटीए ने यूजीसी नेट की परीक्षा को रद्द किया है जबकि नीट यूजी के रिजल्ट को लेकर विवाद चल रहा है। वहीं CSIR यूजीसी नेट परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। ऐसे में आपको बताते हैं कि एनटीए किन-किन परीक्षाओं को आयोजित कराता है।
CUET UG
CUET PG
UGC-NET
जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE)
कॉमन मैनेजमेंट टेस्ट (सीमैट)
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (JNUET)
ICAR All India Entrance Exam
Hotel Management Joint Entrance Examination
Graduate Pharmacy Aptitude Test
IIFT Entrance Examination
IGNOU PhD & OPENMAT (MBA) Entrance Exam
Joint CSIR-National Eligibility Test (Joint CSIR-NET)
Delhi University Entrance Test
Annual Refresher Programme in Teaching
Study Web of Active Learning by Young and Aspiring Minds (SWAYAM) Exam
नीट यूजी परीक्षा को लेकर हो रहे विवाद के बीच NTA 23 जून, रविवार को दोबारा परीक्षा आयोजित करेगा। यह परीक्षा मेघालय, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गुजरात और चंडीगढ़ के छह सेंटर्स पर आयोजित होगी जिसमें 1500 से अधिक स्टूडेंट्स शामिल होंगे।
नीट पेपर लीक मामले को लेकर हो रहे विवाद के बीच शुक्रवार की रात देश में एंटी पेपर लीक कानून लागू हो गया। दरअसल, राष्ट्रपति ने देर रात इस कानून को मंजूरी दे दी। इस मंजूरी के साथ ही नया पेपर लीक कानून देश में लागू हो गया। सरकार की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई। नए कानून के बाद इसमें सजा से लेकर जुर्माने तक में बदलाव देखने को मिला है।
1. एंटी पेपर लीक कानून आने के बाद सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने पर तीन से पांच साल की सजा और 10 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। अगर संगठित रूप से अपराध किया जाता है तो जुर्माना 1 करोड़ तक है।
2. इस कानून के अंतर्गत पेपर लीक होने वाली जगह के अंतर्गत आने वाले अधिकारी भी दंडित होंगे। कानून के मुताबिक, अगर पेपर लीक के किसी मामले में कोई वरिष्ठ अधिकारी की संलिप्तता पाई जाती है तो उस पर भी सजा और जुर्माने का प्रावधान लागू होगा।
3. इस कानून के लागू हो जाने के बाद पेपर लीक मामले में अगर एग्जामिनेशन अथॉरिटी या सर्विस प्रोवाइडर की भी संलिप्तता होती है तो वहां भी जेल की अवधि न्यूनतम पांच वर्ष और अधिकतम 10 साल होगी जबकि जुर्माना भी 1 करोड़ रुपए तक है। ये कानून के नियम 1 जुलाई से लागू हो जाएंगे।
नीट मामले में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पूर्व इसरो अध्यक्ष डॉ. के राधाकृष्णण की अध्यक्षता में की गई है। इसमें एम्स के पूर्व डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया भी हैं। यह कमेटी परीक्षा को पारदर्शी बनाने और उसके निष्पक्ष संचालन की दिशा में काम करेगी। कमेटी 2 महीने में सरकारी को रिपोर्ट देगी।
नीट पेपर लीक मामले में शिक्षा मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जिसकी अध्यक्षता पूर्व इसरो चीफ डॉ. के राधाकृष्णण को सौंपी गई है। इस पैनल की अध्यक्षता में कई अन्य एक्सपर्ट भी शामिल होंगे। शिक्षा मंत्रालय की ओर बनाई हाई लेवल कमिटी में छह सदस्य भी शामिल हैं। इनमें एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का नाम भी शामिल है।
नीट पेपर लीक मामले में झारखंड के देवघर से दो गिरफ्तारी हुई हैं। आरोपी चिंटू और पिंटू को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। झारखंड से अब तक 6 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। गिरफ्तार हुए आरोपी चिंटू और पिंटू संजीव मुखिया गिरोह के सदस्य हैं। इस मामले में अब तक कुल 19 गिरफ्तारियां हो गई हैं।