बंगाल की खाड़ी के ऊपरी हिस्से से पैदा हो रहा चक्रवात फेंगल तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग ने कुछ ऐसी ही भविष्यवाणी की है। चक्रवात फेंगल से प्रभावित होने वाले हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलेंगी जिस कारण वहां आम जन जीवन अस्त-व्यस्त होगा। इसी खतरे को देखते हुए प्रशासन ने शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है।

पुडुचेरी में भी बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज

जानकारी के मुताबिक, चक्रवात फेंगल के कारण भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच चेन्नई और चेंगलपेट जिलों सहित कई अन्य जिलों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। कराईकल और पुडुचेरी में भी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। पुडुचेरी सरकार ने गुरुवार को घोषणा की थी कि केंद्र शासित प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज 29 और 30 नवंबर को बंद रखा जाएगा। सभी निजी तौर पर प्रबंधित स्कूल और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल भी बंद रहेंगे।

क्या है मौसम विभाग की भविष्यवाणी?

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, चक्रवात फेंगल का तमिलनाडु के चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, मयिलादुथुराई, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, पुडुचेरी और कराईकल में रौद्र रूप देखने को मिलेगा। इन इलाकों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। IMD के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव 30 नवंबर को तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों को पार करेगा। इस वजह से तमिलनाडु में अगले 2-3 दिन भारी बारिश का अनुमान है। अगले 24 घंटों में डेल्टा जिलों, चेंगलपट्टू और विलुप्पुरम में भारी बारिश का अनुमान है।

खतरे से निपटने के लिए तैयार है सेना

भारतीय नौसेना ने तमिलनाडु के तटीय क्षेत्र में संभावित खतरे से निपटने के लिए एक मजबूत आपदा प्रतिक्रिया योजना बनाई है। पूर्वी नौसेना कमान और तमिलनाडु-पुडुचेरी क्षेत्रीय मुख्यालय के साथ मिलकर तूफान के प्रभाव को कम करने के लिए तैयारियां की गई हैं। बताया जा रहा है कि प्रभावित इलाकों में 45-55 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो बाद में 65 किमी. प्रतिघंटा तक जाने की उम्मीद है।