BPSC Students Protest: बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा 2024 को रद्द करने को लेकर पिछले 12 दिनों से पटना में विरोध प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी के अभ्यर्थियों का प्रदर्शन पर बुधवार को मुख्यमंत्री आवास के पास हुए लाठीचार्ज के बाद इस विरोध प्रदर्शन ने राजनीतिक रंग ले लिया है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर से लेकर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की बयानबाजी भी इस मामले में शुरू हो चुकी है। इस हंगामे के बीच आयोग के चेयरमैन ने राज्यपाल से मुलाकात की है। उन्होंने इस मुलाकात में पूरी स्थिति से अवगत कराया है।
बीपीएससी के अभ्यर्थियों के पैदल मार्च को रोकने के लिए सीएम आवास के पास लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल के बाद से रविवार को प्रशांत किशोर के समर्थन में हजारों अभ्यर्थी पटना के गांधी मैदान में जुटे थे और उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “एक दिन नारे लगाने से कुछ नहीं होगा। बिहार में छात्रों का जीवन कई सालों से बर्बाद हो रहा है। यह लड़ाई लंबे समय तक चलानी होगी और इसे अंजाम तक पहुंचाना होगा।”
बिहार लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों द्वारा की जा रही 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को मानने से साफ इंकार कर दिया है, जिसके बाद प्रदर्शनकारी छात्र अभी भी विरोध प्रदर्शन के लिए पटना की सड़कों पर मौजूद हैं। यहां जान लीजिए बीपीएससी प्रोटेस्ट से जुड़ी हर लेटेस्ट जानकारी की सबसे तेज और सटीक लाइव अपडेट।
BPSC के चेयरमैन से मुलाकात में एबीवीपी ने इन मांगों को रखा है।
परीक्षा में गड़बड़ी के लिए आयोग छात्रों पर दोषारोपण करना बंद करे। छात्रों के खिलाफ दुर्भावना से काम न करें।
बापू परीक्षा केंद्र की पूरी घटनाक्रम की टाइम लाइन क्रोनोलॉजी में सभी के सामने रखे। आखिर चूक कहां हुई, स्पष्ट करें। साथ ही जिम्मेवार अधिकारियों पर कार्रवाई करके लोगों में संदेश दें।
आयोग यह सुनिश्चित करे कि बापू परीक्षा केंद्र के किसी भी परीक्षार्थी से भेदभाव न हो। किसी तरह से केंद्र के अभ्यर्थियों के खिलाफ दुर्भावना से प्रेरित होकर काम न करें।
आयोग परीक्षार्थियों के प्रति संवेदनशील रहे। हमेशा उनके पक्ष को समझते हुए अपनी बात आम परीक्षार्थियों में रखे। जिससे कम्युनिकेशन गैप और भ्रम की स्थिति पैदा न हो।
छात्रों को किसी भी तरह के शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। अभाविप सरकार से यह मांग करता है कि छात्रों के खिलाफ किसी तरह का बलप्रयोग नहीं हो। बलप्रयोग करने वाले दोषी अधिकारियों की पहचान करके कार्रवाई की जाए।
बिहार में बीपीएससी छात्रों के प्रदर्शन के बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भी आयोग के चेरमैन परमार रवि मनुभाई से मुलाकात की। प्रान्त मंत्री सुमित कुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने 5 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
मुख्य सचिव कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "परिक्षार्थियों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव से मिलकर 70वीं बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा के संदर्भ में मांग पत्र समर्पित किया है। इसमें परीक्षा को रद्द करने, परीक्षा में अनियमितता की उच्चस्तरीय जांच कराने, अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लेने, परिक्षार्थियों पर अत्यधिक बल प्रयोग करने में संलिप्त कर्मियों पर कार्रवाई करने व दिवंगत सोनू कुमार के परिवार को मुआवजे देने की मांग की है।"
बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर राज्य के लगभग 7-8 जिलों में हो रही है। ये हैं वो जिले- बेतिया, समस्तीपुर, दरभंगा, सीवान, बक्सर, आरा, बेगूसराय और पटना</p>
बीपीएससी छात्रों के प्रदर्शन को लेफ्ट पार्टियों का भी समर्थन मिल गया है। ऐसी जानकारी है कि लेफ्ट और RJD ने आरा और दरभंगा में ट्रेनों को रोका है। छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने इंजन पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और री एग्जाम की मांग की।
बीपीएससी छात्रों ने मुख्य सचिव से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद छात्रों ने ऐलान किया है कि हमारा प्रदर्शन खत्म नहीं होगा। छात्र प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा कि हमने अपनी मांग सीएस के सामने रखी हैं। उन्होंने कहा कि जो उचित कार्रवाई होगी की जाएगी।' वहीं आंदोलन को लेकर कैंडिडेट्स ने कहा कि जबतक री एग्जाम की घोषणा नहीं होती है, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
बिहार में बीपीएससी छात्रों के प्रदर्शन के बीच बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आरलेकर से मुलाकात की है। इस मुलाकात में उन्होंने पूरी स्थिति से राज्यपाल को अवगत कराया है। इस बीच खबर ये भी है कि आयोग अभी भी दोबारा परीक्षा कराने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है।
बीपीएससी छात्रों के विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस का भी समर्थन मिल गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ट्वीट कर कहा है कि बिहार की NDA सरकार छात्रों पर लाठीचार्ज करके पेपर लीक और धांधली को छिपाने का प्रयास कर रही है।
क्या कहा है खड़गे ने ट्वीट में?
खड़गे ने अपने ट्वीट में कहा है, " BPSC अभ्यर्थियों पर बिहार की NDA सरकार द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज व अमानवीय अत्याचार पेपर लीक और धांधली को छिपाने के लिए किया गया है। युवाओं पर तानाशाही का डंडा चलाकर उनके मनोबल को तोड़ने का प्रयास बेहद शर्मनाक व निंदनीय है। भाजपा वालों ने पूरे देश में पेपर लीक माफिया का जाल बिछा रखा है, जिससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। पिछले 7 सालों में 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं। BPSC परीक्षा में 3.28 लाख युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है। जब धांधली पकड़ी जाती हैं तो भाजपा निर्लज्जता से इंकार करती है या युवाओं पर लाठियाँ बरसाकर उनका मुँह बंद करवाना चाहती है।"
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर छात्रों का प्रदर्शन अब पटना के बाहर तक पहुंच गया है। खबर है कि बक्सर में भी छात्रों ने विरोध दर्ज कराया है। प्रदर्शनकारी यहां भी छात्रों के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं।
बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा 2024 सिर्फ एक सेंटर पर दोबारा कराए जाने का विरोध कर रहे उम्मीदवारों पर लाठीचार्ज के बाद अब ये प्रदर्शन राजनीति का निवाला बनने की तरफ बढ़ रहा है। आरजेडी, लेफ्ट दलों, प्रशांत किशोर और अरविंद के केजरीवाल के बाद अब पूर्णियां से निर्दलीय सांसद ने भी छात्रों को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
"बीजेपी की सरकारें लाठियों के दम पर विरोध की हर आवाज़ को दबाना चाहती हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज, ये लोकतंत्र के ख़िलाफ़ सीधा हमला है। छात्र देश का भविष्य हैं, उनकी आवाज़ को दबाने के बजाय सुनिए। प्रदर्शनकारियों पर लाठी चलाना सत्ता में बैठे लोगों की कमज़ोरी और असंवेदनशीलता को दिखाता है। युवाओं के साथ ऐसा अन्याय देश कभी माफ़ नहीं करेगा। हम इन सभी छात्रों के साथ खड़े हैं।
https://x.com/ArvindKejriwal/status/1873597367540486173
मुख्यमंत्री आवास के पास लाठीचार्ज में घायल हुए लाठीचार्ज में घायल हुए छात्रों से मिलने के लिए प्रशांत किशोर, PMCH पहुंचे हैं, जहां से निकलने के थोड़ी देर बाद प्रशांत किशोर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग है कि बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा 2024 का पेपर लीक हुआ है, जिसके चलते इस परीक्षा को रद्द किया जाए। दूसरी तरफ, आयोग द्वारा परीक्षा रद्द करने की मांग को सिरे से खारीज करते हुए, परीक्षा रद्द करने से साफ इनकार कर दिया गया है।
पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग है कि बीपीएससी 70वीं संयुक्त परीक्षा 2024 का पेपर लीक हुआ है, जिसके चलते इस परीक्षा को रद्द किया जाए। दूसरी तरफ, आयोग द्वारा परीक्षा रद्द करने की मांग को सिरे से खारीज करते हुए, परीक्षा रद्द करने से साफ इनकार कर दिया गया है।
जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, "प्रशांत किशोर के जाने के बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया है। ये गलत है जिन लोगों ने भी ये गलती की है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा... अब आंदोलन नीचे होने वाला नहीं है... पटना में 2-4 पुलिस अफसर 'हीरोइज्म' करने की आदत हो गई है...आज हम यहां की पुलिस पर FIR करेंगे, कोर्ट में और मानव अधिकार के सामने भी लेकर जाएंगे... अगर ये मामला नहीं निपटा तो 2 जनवरी से मैं खुद धरने पर बैठूंगा।"
बीपीएससी स्टूडेंट प्रोटेस्ट लाइव न्यूज: पटना, बिहार: BPSC के विरोध प्रदर्शन पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "जिस तरह से इस डबल इंजन की सरकार ने BPSC अभ्यर्थियों के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया है और जब वे अपनी जायज मांगों के लिए लोकतांत्रिक तरीके से सरकार से गुहार लगा रहे हैं, तो उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। उन्हें अपराधियों की तरह पीटा जा रहा है। कल जिस तरह से BPSC अभ्यर्थियों और छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया, उसका खामियाजा नीतीश सरकार को भुगतना पड़ेगा। तेजस्वी यादव ने कहा है कि वे इन अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने के लिए सीएम नीतीश कुमार से मिलेंगे। पीके (प्रशांत किशोर) जैसे कुछ लोग इस विरोध प्रदर्शन को हाईजैक करना चाहते हैं। उनके बहकावे में न आएं..."
बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन के संबंध में बिहार के राज्यपाल से मुलाकात के बाद पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा, "उन्होंने (राज्यपाल ने) बीपीएससी अध्यक्ष से सीधे बात की। उन्होंने कहा कि वह डीएम, एसपी से भी बात करेंगे ताकि पता लगाया जा सके कि किस आधार पर उन्होंने लाठी चलाई और एफआईआर दर्ज की। उन्होंने यह भी कहा है कि वह व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री से बात करेंगे... उन्होंने यह भी कहा कि किस आधार पर 12,000 रुपये में परीक्षा होगी और 4 लाख रुपये में नहीं?... उन्होंने कहा कि पूरी जांच की जाएगी...