भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण इस साल के अंत तक शुरू हो जाएगा और नौ जनवरी को इस संबंध में एक्शन प्लान जारी कर दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने साफ किया कि मंदिर का निर्माण आंदोलन के जरिए नहीं बल्कि कोर्ट के आदेश और हिंदू व मुसलमानों की आपसी सहमति के बाद ही किया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल अगस्त सितम्बर तक कोर्ट का फैसला आ जाएगा। उन्होंने दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय में बताया कि हमें उम्मीद है कि अगले दो तीन महीनों या फिर इस साल के अंत तक राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। हम कोर्ट के आदेश का इंतजार करेंगे और मंदिर का निर्माण किसी आंदोलन के जरिए नहीं होगा।
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स्वामी ने कहाकि राम को चुनावों से नहीं जोड़ना चाहिए। राम हिंदुओं के लिए आस्था का केन्द्र हैं और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण प्रत्येक हिंदू का निश्चय है। अगर यह मुद्दा बाद में उठता है तो इसे लोकसभा चुनावों से जोड़ा जाता। उन्होंने दावा किया कि हिंदुओं और मुसलमानों के बीच मैत्रीपूर्ण ढंग से इस मुद्दे का हल निकाले जाने का प्रयास किया जा रहा है जिससे कि सरयू के इस ओर मंदिर व दूसरी ओर मस्जिद बनाई जा सके। राम मंदिर के मुद्दे को लेकर दिल्ली यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय कांफ्रेंस आयोजित की जाएगी। इसमें कानूनी मामलों के जानकार, विद्वान और पुरातत्वविद शामिल होंगे।
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स्वामी ने बताया कि इस दौरान एक एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा और सरकार से कोर्ट जाने और मामले में पार्टी बनने को कहा जाएगा। यदि सरकार हमारा साथ देगी तो हम मंदिर को लेकर दो महीने में निर्माण कार्य शुरु कर देंगे। दिल्ली यूनिवर्सिटी कैंपस में में कांफ्रेंस को लेकर हो रहे विवाद पर स्वामी ने बताया कि इसे दिल्ली यूनिवर्सिटी प्रायोजित नहीं कर रही है और हमने कार्यक्रम के लिए केवल एक हॉल किराए पर लिया है।