मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में आगे आते हुए उनके दफ्तर पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के छापे की निंदा की है। ममता ने कहा कि वे इस कार्रवाई से स्तब्ध हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि किसी मुख्यमंत्री के दफ्तर को सील करना अभूतपूर्व है। मैं स्तब्ध हूं।
हालांकि सीबीआइ ने केजरीवाल के दावे का खंडन किया है। इस मुद्दे पर विपक्ष की ओर से राज्यसभा में हंगामे के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी इस दावे को निराधार करार दिया। केजरीवाल ने अपने ट्वीट में दावा किया था कि सीबीआइ ने उनके दफ्तर पर छापा मारा है।
इधर, तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने एक बयान में कहा कि उनकी पार्टी ने इस छापेमारी पर केंद्र से सफाई मांगी है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के दफ्तर पर सीबीआइ का छापा अभूतपूर्व घटना है। केंद्र सरकार को इस पर सफाई देनी होगी।
क्या देश में आपातकाल लागू हो गया है? डेरेक ने कहा कि पार्टी राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाएगी। उनके मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस ने नियम 267 के तहत सदन की कार्यवाही स्थगित कर तत्काल इस मुद्दे पर बहस कराने की मांग की है।