बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष और डीडीसीए के शीर्ष अधिकारी सीके खन्ना को फीरोजशाह कोटला मैदान पर होने वाले टी20 विश्व कप के मैचों के आयोजन के लिए बनाई गई दो प्रमुख समितियों से बाहर कर दिया गया है। समझा जाता है कि डीडीसीए की 12 सदस्यीय कोर समिति को बीसीसीआइ ने जस्टिस (रिटायर्ड ) मुकुल मुदगल से मशविरे के बाद मंजूरी दी है।
खन्ना को बाहर रखने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। डीडीसीए अधिकारियों की 12 सदस्यीय समिति पर निगरानी के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की गई है जिसमें जस्टिस मुदगल के अलावा अमृत माथुर (बोर्ड प्रतिनिधि), एमवी श्रीधर (टूर्नामेंट निदेशक), सुनील वाल्सन (पूर्व क्रिकेटर और जीएमआर प्रतिनिधि) और सुरेश चोपड़ा (डीडीसीए के वरिष्ठ अधिकारी) होंगे।
लंबे समय से डीडीसीए के अधिकारी रहे खन्ना विवादित ‘छद्म वोट’ मसले में काफी आलोचना झेल चुके हैं। इसके अलावा श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच को लेकर डीडीसीए की तैयारी को लेकर कथित रू प से गलत सूचना देने के मामले में भी बोर्ड के आला अधिकारी उनसे नाराज हैं। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और खन्ना के करीबी चेतन चौहान समिति के प्रमुख के तौर पर अपनी जगह बचाने में कामयाब रहे हैं। नए मीडिया मैनेजर सलील सेठ होंगे जबकि कोषाध्यक्ष रविंदर मनचंदा को सुरक्षा और भ्रष्टाचार निरोधक प्रमुख बनाया गया है।
डीडीसीए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया जस्टिस मुदगल ने सूची को मंजूरी दी है। इसे बोर्ड के जीएम (क्रिकेट परिचालन) एम वी श्रीधर को भेजा जाएगा जो टूर्नामेंट निदेशक भी है। खन्ना को कोई नहीं चाहता था लिहाजा उन्हें सभी समितियों से बाहर रखा गया है।
डीडीसीए की आयोजन समिति : चेतन चौहान (प्रभारी), सिद्धार्थ साहिब सिंह (क्रिकेट परिचालन प्रबंधन और एकमात्र संपर्क सूत्र), रविंद्र मनचंदा (एसीएसयू स्थानीय इकाई के प्रमुख), सलिल सेठ (मीडिया मैनेजर), अंकित दत्त (मुख्य क्यूरेटर), सुभाष शर्मा (स्पांसर सर्विसिंग मैनेजर), गौतम वढेरा (मैच संपर्क अधिकारी), दिनेश शर्मा (लाजिस्टिक मैनेजर), विवेक गुप्ता (हास्पिटेलिटी मैनेजर), पीके सोनी (प्रसारण और टिकटिंग मैनेजर), विनोद गर्ग (डोपिंग निरोधक संपर्क मैनेजर) और अजय शर्मा (एंथम चिल्ड्रन वालिंटियर)।