रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को रोकने की दिशा में हो रहे प्रयासों के अब सकारात्मक संकेत नजर आने लगे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच टेलिफोन पर हुई बातचीत से शांति की राह खुलती नजर आ रही है। इस दौरान पुतिन ने युद्ध विराम के लिए वार्ता शुरू करने पर सहमति जताई है। करीब दो घंटे से अधिक समय तक चली इस बातचीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध विराम पर वार्ता जल्द शुरू करेंगे।

पिछले दिनों यूक्रेन की ओर से शांति वार्ता से पहले युद्ध विराम की पेशकश को रूस ने खारिज कर दिया था। अब डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत में पुतिन ने शांति वार्ता शुरू करने पर सहमति जता दी है, लेकिन वार्ता की राह आसान नजर नहीं आ रही है। पुतिन पहले ही साफ कर चुके हैं कि स्थायी युद्ध विराम के लिए यूक्रेन को मिलने वाली हर तरह की बाहरी सहायता पर पूर्ण रोक और उसे नाटो सदस्यता न देने जैसी शर्तें प्रमुख होंगी। वहीं, यूक्रेन का कहना है कि वह अपनी संप्रभुता को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा और रूस को यूक्रेन की कब्जा की गई जमीन वापस करनी होगी।

मुश्किलों से भरी है पूर्ण युद्ध विराम की राह

इन हालात में माना जा रहा है कि निश्चित रूप से पूर्ण युद्ध विराम की ओर ले जाने वाली आगे की राह मुश्किलों से भरी है। एक रपट के मुताबिक, यूक्रेन की कुल भूमि का करीब पांचवां हिस्सा वर्तमान में रूस के कब्जे में है। सवाल है कि क्या रूस यह भू-भाग लौटा देगा? या, यूक्रेन इस जमीन पर अपना दावा छोड़ देगा? विश्व बैंक की एक रपट के अनुसार तीन वर्ष से चल रहे इस युद्ध में अकेले यूक्रेन को 152 अरब डालर का नुकसान हो चुका है।

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इसके अलावा, दोनों देशों में जनहानि अलग से हो रही है। यह सर्वविदित है कि किसी भी समस्या के स्थायी समाधान के लिए शांतिपूर्ण माहौल में बातचीत से बेहतर विकल्प और कुछ नहीं है। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि रूस और यूक्रेन शांति वार्ता के लिए कदम आगे बढ़ाएंगे और उसका सुखद नतीजा सामने आएगा।