राहुल गांधी के एक भ्रामक वीडियो को प्रसारित करने के मामले में छत्तीसगढ़ की एक पुलिस टीम मंगलवार को चैनल के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने के लिए गाजियाबाद उनके आवास पर पहुंची थी। एंकर रोहित रंजन के खिलाफ रायपुर में एक कांग्रेस विधायक ने शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, राहुल गांधी के बयान को गलत संदर्भ में चलाने के लिए जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन ने माफी मांग ली थी।

वारंट लेकर पहुंची थी रायपुर पुलिस: रायपुर में एक कांग्रेस विधायक के द्वारा दर्ज शिकायत पर रायपुर पुलिस कोर्ट से गिरफ्तारी का वारंट लेकर सुबह करीब साढ़े पांच बजे रोहित रंजन के घर गाजियाबाद पहुंची थी, लेकिन यहां जो नाटकीय दृश्य सामने आया वह मंगलवार (05 जुलाई) को दिन भर चर्चा में रहा। कोर्ट से गिरफ्तारी का वारंट लेकर पहुंची रायपुर पुलिस का सामना पहले गाजियाबाद पुलिस ने हुआ, फिर अंत में रोहित को नोएडा पुलिस अपने साथ लेकर चली गई।

दो राज्यों की पुलिस आमने-सामने: नोएडा पुलिस ने बताया कि जी न्यूज चैनल द्वारा उनके (रोहित) के दो सहयोगियों के खिलाफ नोएडा में दर्ज एक संबंधित मामले में पूछताछ के लिए रोहित को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में रायपुर पुलिस ने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस की दोनों इकाइयों ने उनके काम में बाधा डाली है। इस दौरान दो राज्यों की पुलिस के बीच तलवारें खिंची रही।

एंकर ने किया था ट्वीट: बता दें कि पुलिस के घर पहुंचने के बाद रोहित रंजन ने ट्वीट कर कहा था कि छत्तीसगढ़ पुलिस स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना मुझे गिरफ्तार करने आई है। क्या यह कानूनी है?” इस पर रायपुर पुलिस ने भी समुचित जवाब दिया था। हालांकि, मामला तब और गर्म हो गया था जब नोएडा पुलिस ने रोहित रंजन को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने पुलिस के खिलाफ की शिकायत: इसके बाद रायपुर पुलिस ने जहां नोएडा पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए लिखित शिकायत कर दी, वहीं गाजियाबाद पुलिस ने छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस के खिलाफ थाने की जनरल डायरी में तस्करा डाल दिया था। इस मामले में एसएसपी (रायपुर) प्रशांत अग्रवाल ने भी कहा था कि उनके टीम को काम करने से रोका गया है।

दिनभर चक्कर काटती रही रायपुर पुलिस: मंगलवार को पूरा दिन रायपुर पुलिस रोहित रंजन की गिरफ्तारी के लिए चक्कर काटती रही लेकिन वह खाली हाथ ही रही। वहीं, बाद में नोएडा पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा था, “चैनल द्वारा दर्ज कराए गए मामले में पूछताछ के बाद, सबूतों के आधार पर रोहित को धारा 505 (2) गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन उन्हें जमानत दे दी गई है क्योंकि धारा जमानती थी।” इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी विरोध जताया था और कहा कि यूपी पुलिस एक आरोपी को बचा रही है।

कांग्रेस ने भी जड़ा आरोप: वहीं, कांग्रेस पार्टी की तरफ से कांग्रेस महासचिव रमेश ने बयान जारी करते हुए कहा था कि यूपी पुलिस ने मंगलवार को जो किया वह “अदालत के वारंट की जानबूझकर अवमानना” थी। उन्होंने कहा, “भाजपा ने एजेंसियों का दुरुपयोग कर पुलिस जांच में बाधा डालने और दोषियों को बचाने का काम किया है।”