पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जादू टोना के संदेह में पेशाब और मल पीने के लिए मजबूर किए जाने के बाद 68 वर्षीय एक व्यक्ति ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पूरे समाज के सामने हुई इस घटना से बुजुर्ग आहत हो गया, जिसके बाद उसने अपना जीवन समाप्त करने जैसा बड़ा कदम उठा लिया। हालांकि, पुलिस अब इस घटना में जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, घटना मुर्शिदाबाद में रघुनाथगंज थाना क्षेत्र के मथुरापुर गांव की है। मृतक की पहचान माणिक सरदार के रूप में हुई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, जनता सरदार की बेटी (माणिक सरदार की पोती) बीमारी से पीड़ित थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए ‘ओझा’ के पास ले जाया गया। इस दौरान लड़की को बचाया नहीं जा सका और सोमवार को उसकी मौत हो गई।
जब लड़की ने दम तोड़ दिया तो ओझा ने कहा कि लड़की के दादा और पड़ोस के घर के चार सदस्य उस पर जादू टोना कर रहे थे। इस लड़की की मौत के लिए वही लोग जिम्मेदार हैं। ओझा की इस पर विश्वास करने के बाद ग्रामीण उन सभी लोगों की जान लेने पर उतारू हो गए, जिन पर ओझा ने संदेह भरी बात कही थी। ग्रामीणों ने पहले माणिक सरदार की बेरहमी से पिटाई कर दी।
गुस्से में भरे ग्रामीण यहीं नहीं रुके, फिर उन्होंने माणिक सरदार को पेशाब व मल पीने के लिए भी मजबूर कर दिया। भारी भीड़ और उनके गुस्से के चलते माणिक को ऐसा करना पड़ा, जो किसी सभ्य समाज को शोभा नहीं देता। माणिक के द्वारा पेशाब और मल पीने के बाद वह बीमार पड़ गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया। माणिक, गंभीर हालत में जंगीपुर अनुमंडल अस्पताल में रहे थे। इसी घटना में एक अन्य परिवार के सदस्यों को भी पेशाब पिलाया गया था।
हालांकि, माणिक अपने साथ हुए वाकये को भुला नहीं पाए और वह इतना आहत हुए कि फांसी लगाकर खुद को खत्म करने जैसा बड़ा कदम उठा लिया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। इस बीच सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और अब वह इस मामले की जांच कर रही है।