मुंबई के मीरा रोड मर्डर केस की चर्चा पूरे देश में हो रही है। यहां मीरा रोड स्थित गीता-आकाशदीप सोसायटी में रहने वाले 56 साल के मनोज साने पर आरोप है कि उसने अपनी 32 साल की लिव इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसने शव को पेड़ काटने वाले इलेक्ट्रिक आरी से करीब 100 टुकड़ों में काटा। इतना ही नहीं उसने शव के टुकड़ों को कुकर में उबाला, भूना और मिक्सर में पीस कर ठिकाने लगाने की कोशिश की। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, साने पर संदेह है कि उसने शरीर के टुकड़ों को गली के कुत्तों को खिला दिया।
पुलिस को इस घटना की जानकारी तब मिली जब सातवीं फ्लोर के फ्लैट से बदबू आने लगी। मनोज के पड़ोसी सोमेश श्रीवास्तव ने बदबू आने के बारे में सोसायटी के अन्य लोगों को बताया था। पुलिस टीम जब घटना स्थल पर पहुंची जो फ्लैट की हालत देख हैरान रह गई।
मिरर टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सरस्वती वैद्य की कथित तौर पर हत्या करने वाले आरोपी मनोज साने का दावा है कि वह श्रद्धा वालकर मर्डर केस से प्रेरित था। जिसमें आरोपी आफताब पूनेवाला ने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की गला दबाकर हत्या कर दी थी औऱ शव के 35 टुकड़े करके जंगल में ले जाकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था। उसने श्रद्धा के सिर को फ्रिज में छिपा रखा था। मुंबई की सरस्वती और दिल्ली की श्रद्धा मर्डर केस के बीच कुछ समानताएं देखने को मिली है। चलिए इन समानताओं के बारे में आपको बताते हैं।
दोनों मर्डर केस में क्या है समानताएं-
- मुंबई मर्डर केस ने दिल्ली श्रद्धा वालकर हत्या की यादें ताजा कर दी हैं। दोनों ही आरोपियों ने अपने लिव इन पार्टनर की हत्या की थी। हालांकि मुंबई मामले में आरोपी साने ने दावा किया है कि उसने सरस्वती वैद्य की हत्या नहीं की है। उसका कहना है कि पीड़िता ने जहर खाकर सुसाइड किया है।
- दोनों ही मामलो में आरोपियों ने पीड़िताओं के शव को कई टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगाने का काम किया। पूनेवाला ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को जंगल में जा कर फेंक दिया। वहीं साने ने भी सरस्वती वैद्य के शरीर के टुकड़ों को कुत्तों को खिला दिया।
- दोनों की आरोपी उस वक्त सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए जब वे शव के टुकड़ों को पॉलिथीन बैग में भरकर ठिकाने लगाने के लिए बाहर लेकर जा रहे थे।
- दोनों की आरोपी अपनी लिव इन पार्टनर के साथ किराये के मकान में रहते थे। वे लिव इन रिलेशनशिप में थे। आफताब और श्रद्धा ने खुद को पति-पत्नी बताया था वहीं सरस्वती ने कहा था कि आरोपी उसका अंकल हैं। हालांकि रेंट एंग्रीमेंट में पूनेवाला ने श्रद्धा का भी नाम दिया था मगर साने ने सिर्फ अपने नाम से घर लिया था।
- पूनेवाला ने श्रद्धा की शव के टुकड़ों को फ्रिज में छिपाया था जबकि साने ने बॉडी पार्ट्स को कुकर में पकाया था, मिक्सर में पीसकर टॉयलेट में फ्लश कर दिया था लेकिन दोनों के पास से बॉडी के कुछ पार्ट्स बरामद हुए थे। यानि वे शव को ठिकाने लगाने में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाए थे।
- श्रद्धा मर्डर केस में पूनेवाला ने कहा था कि उसने गुस्से में आकर हत्या की वहीं साने ने कहा कि सरस्वती ने सुसाइड किया यानी दोनों खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वे बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं।
- श्रद्धा मर्डर केस में पीड़िता के पिता ने कहा था कि उनकी बेटी ने उनसे दूरी बना ली थी। वह घर छोड़कर आफताब के साथ रहने लगी थी। उसकी मां ने उसे समझाने की कोशिश की थी। वहीं सरस्वती भी अपने परिवार से दूर हो गई थी।