IAS Success Story in Hindi: राजस्थान के चुरु की रहने वाली ऐश्वर्या श्योराण (Aishwarya Sheoran)को बुद्धी और सुंदरता का अभूतपूर्व मिश्रण माना जाता है। पहले मॉडलिंग की दुनिया में मुकाम हासिल किया और उसके बाद अब IAS अधिकारी बनकर समाज की सेवा कर रही हैं। ऐश्वर्या श्योराण (Aishwarya Sheoran) ने 2019 में UPSC की परीक्षा में 93वीं रैंक हासिल की थी। इससे पहले साल 2016 में फेमिना मिस इंडिया की फाइनलिस्ट रह चुकी हैं।

ऐश्वर्या श्योराण (Aishwarya Sheoran) मूल रुप से राजस्थान के चुरु जिले के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता सेना में कर्नल पद पर तैनात है जिसके कारण शोरण दिल्ली में ही पली बढ़ीं। अपनी कुशाग्र बुद्धी के चलते ऐश्वर्या बचपन से ही टॉपर की श्रेणी में रही। स्कूल के दौरान वह 97 फीसदी नंबरों के साथ टॉपर रहीं। इसके बाद वह उन्होंने आगे की पढ़ाई दिल्ली के प्रतिष्ठित कॉलेज श्री राम कॉलेज ऑफ कामर्स से की। यहीं से ऐश्वर्या श्योराण ने तय कर लिया था कि उन्हें सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी है।

ग्रैजुएशन के बाद ऐश्वर्या श्योराण ने कैट परीक्षा में भी जबरदस्त सफलता अर्जित की और आईआईएम इंदौर में दाखिले का मौका भी मिला लेकिन ऐश्वर्या ने सिविल सेवा की तैयारी के चलते दाखिला नहीं लिया था।

ऐश्वर्या श्योराण ने साल 2018 में मॉडलिंग की दुनिया को छोड़ दिया। Photo Source: Aishwarya Sheoran Fan Club Facebook

पढ़ाई के दिनों से ही ऐश्वर्या को मॉडलिंग के ऑफऱ आते रहे, उन्होंने कभी इसे सीरियस करियर के तौर पर नहीं लिया लेकिन जब वह रैंप पर उतरीं तो सफलता भी उनके साथ कदमताल करने लगी। साल 2014 में ऐश्वर्या क्लीन एंड क्लीयर फेस फ्रेश बनीं, इसके बाद 2015 में उन्होंने मिस दिल्ली का खिताब अपने नाम किया। साल 2016 में शोरण ने वह मुंबई के लेकमी फैशन वीक में भी गईं जहां देश की टॉप मॉडल्स के बीच पहुंची थीं।

लेकिन यहां से उन्हें महसूस होने लगा कि उनका जन्म ग्लैमर की दुनिया के लिए नहीं बल्कि प्रशासनिक सेवाओं के लिए हुआ है। 2018 में मॉडलिंग से ब्रेक लेते हुए ऐश्वर्या ने सिविल सेवाओं की तैयारी में पूरे फोकस के साथ जुट गईं। जिसका परिणाम ये हुआ कि उन्हें उनके पहले प्रयास में सफलता मिली। उनकी ऑल इंडिया रैंक 93 थी।

हैरान करने वाली बात ये है कि ऐश्वर्या श्योराण (Aishwarya Sheoran) ने अपनी तैयारी बिना किसी कोचिंग के की। सिलेबस को समझा और पुराने पेपरों के जरिए सवालों के पैटर्न को समझा और एक लक्ष्य के साथ तैयारी की और कुछ ही महीनों में सफलता भी अर्जित कर ली।