मध्यप्रदेश के देवास में एक बुजुर्ग फेरीवाले से पिटाई का मामला सामने आया है। बुजुर्ग से पहले आधार कार्ड मांगा गया, नहीं दिखाने पर फेरीवाले की पिटाई कर दी गई।

देवास में फेरी लगाकर टोस्ट और जीरा बेचने वाले बुजुर्ग को दो लोगों ने रोककर आधार कार्ड मांगा, बुजुर्ग जब आधार कार्ड नहीं दिखा पाया तो उनलोगों ने उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी। गांव वालों ने जब बुजुर्ग की पिटाई करते देखा तो उनलोगों से फेरीवाले को बचाया। पीड़ित बुजुर्ग ने कहा कि अगर गांव वाले नहीं बचाते तो वो लोग उन्हें मार देते।

पीड़ित जाहिद खान बुधवार को करीब 12 बजे टप्पा-बारोली टोस्ट और जीरा बेचने गया था। जब वो वहां से वापस लौट रहा था तब जामनिया के पास दो अज्ञात बदमाशों ने रास्ता रोका और आधार कार्ड मांगने लगे। बुजुर्ग ने जब कहा कि उसके पास आधार कार्ड नहीं है, तो दोनों गाली-गलौज करते हुए कहने लगे कि हमारे गांव में तू कैसे आया।

बुजुर्ग ने बताया- मैंने जब उन्हें गाली देने से मना किया तो उन लोगों ने लाठी से मुझे पीटना शुरू कर दिया। तभी कुछ लोगों ने वहां आकर मेरी जान बचाई। जाते-जाते उन्होनें मुझे धमकी दी कि यदि हमारे गांव में सामान बेचने आया तो तुझे जान से मार देंगे”।

बुजुर्ग ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने इस घटना को लेकर दो अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले इंदौर से ऐसी ही घटना सामने आई थी।


22 अगस्त को इंदौर के बाणगंगा इलाके में एक शख्स जमीन पर दुकान लगाकर चूड़ियां बेच रहा था। तभी वहां तीन-चार की संख्या में लोग पहुंचे और उसकी चूड़ियां निकालकर फेंकने लगे। उन लोगों ने नाराजगी जताई कि वह गैर समुदाय का होते हुए भी हिंदू इलाके में चूड़ियों की बिक्री कर रहा है।

इंदौर की घटना पर तब मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने कहा था कि पीड़ित युवक हिंदू नाम रखकर चूड़ियां बेच रहा था। उसके पास से दो आधार कार्ड भी मिले हैं। लेकिन ऐसी स्थिति में भी कानून हाथ में नहीं लिया जाना चाहिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।