मध्य प्रदेश के सागर से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहं एक शख्स ने दाल मिल के मालिक पर आरोप लगाया है कि उसने उसे तीन दिनों तक बंधक बनाकर रखा और पेशाब पीने को मजबूर किया। शख्स ने यह भी दावा किया कि जब वह थाने में शिकायत करने गया तो पुलिस ने उसे नजरअंदाज कर दिया। शख्स ने यह भी कहा कि मिल के मालिक ने किसी मंत्री को फोन कर दिया था इसलिए पुलिस उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दे रही थी।
मदद के लिए कांग्रेस नेताओं से किया संपर्क
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित शख्स का नाम रंजीत लोधी है। जब पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं सुनी तो उसने मदद के लिए कांग्रेस नेताओं से संपर्क किया। कांग्रेस ने पीड़ित की मदद करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की भी योजना बनाई थी मगर इससे पहले ही एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें कुछ लोग चोरी के आरोप में एक शख्स को बुरी तरह पीट रहे थे। इसके बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की भी योजना को कैंसिल कर दिया। असल में युवक की पिटाई करने वाले लोगों में पेशाब पिलाने का आरोप लगाने वाला रंजीत लोधी भी शामिल था।
दरअसल, रंजीत लोधी ने दावा किया था कि दाल मिल के मालिक महेश साहू ने उसे तीन दिनों तक बंधक बनाकर रखा और पेशाब पीने के लिए मजबूर किया। लोधी ने कहा कि पुलिस ने पिछले महीने हुई घटना पर उनकी शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया।
वरिष्ठ मंत्री पर हस्तक्षेप का आरोप
रंजीत लोधी ने यह भी आरोप लगाया कि मिल मालिक ने एक वरिष्ठ मंत्री से मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा और इस वजह से पुलिस ने उसकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया। पुलिस से मदद ना मिलने से निराश लोधी ने भोपाल में कांग्रेस नेताओं से संपर्क किया। कांग्रेस ने इस मामले को संबोधित करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने की योजना बनाई थी मगर इससे पहले ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि मनोज अहिरवार नाम के पीड़ित को 15 किलो दाल चुराने के आरोप में बेरहमी से पीटा जा रहा है।
मनोज को पीटने वालों में रंजीत लोधी भी शामिल था। इसके बाद कांग्रेस ने अंतिम समय में मदद करने से मना कर दिया। उन्हें पता था कि वायरल वीडियो में रणजीत लोधी के शामिल होने से मामला बिगड़ सकता है।
पिटाई करने वालों के खिलाफ FIR दर्ज
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया और मारपीट में शामिल अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। इस मामले में सोमवार को सागर पुलिस ने कहा कि पीड़ित मनोज ने थाने में हमलावरों की पहचान की। मनोज ने पुलिस को बताया कि मारपीट का यह वीडियो साल 2022 का है। फिलहाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।