Baba Siddique News: एनसीपी अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपी शिव कुमार को पुलिस ने काफी खाक छानने के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया। शार्प शूटर शिव कुमार को नेपाल भागने के दौरान पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि हत्या के बदले उसे क्या मिला और कैसे वो इस पूरे हत्याकांड में शामिल हो गया।

हत्या के एक मुश्त 10 लाख रुपये मिले

नेटवर्क 18 की रिपोर्ट के मुताबिक शिव कुमार ने बताया कि उसे कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के एक मुश्त 10 लाख रुपये मिले थे। जबकि कांड को अंजाम देने के बाद हर महीने कुछ-कुछ रकम देने का वादा किया गया था।

पूछताछ में आरोपी ने ये भी बताया कि वो लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से जुड़ा हुआ है। हत्याकांड को लेकर वो सीधे तौर पर गैंगस्टर के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था। शुभम लोनकर ने कई बार दोनों की स्नैपचैट पर बात कराई थी।

शुभम लोनकर की स्क्रैप की दुकान अगल-बगल थी

आरोपी ने पुलिस को बताया कि वो और घटना में शामिल एक और आरोपी धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं। वे पुणे में स्क्रैप का काम करते थे। उसकी और शुभम लोनकर की स्क्रैप की दुकान अगल-बगल थी। इस कारण वे संपर्क में आए और हत्याकांड पूरी कहानी लिख डाली।

पुलिस पूछताछ में शूटर ने बताया कि हत्या के लिए हथियार, कारतूस, सिम कार्ड और मोबाइल फोन उसे शुभम और यासीन अख्तर ने मुहैया कराया था। उसने ये भी कहा है कि हत्या के बाद आपस में बात करने के लिए तीनों शूटरों को नया सिम कार्ड और मोबाइल फोन दिया गया था।

कई दिनों तक बाबा सिद्दीकी की रेकी की

उसने पुलिस को बताया कि उन्होंने कई दिनों तक बाबा सिद्दीकी की रेकी की। फिर 12 अक्‍टूबर 2024 को मौका पाकर उनकी गोरी मारकर हत्या कर दी। विजयादशमी होने के कारण पुलिस और भीड़भाड़ थी, इस कारण दो लोग मौके से पकड़ लिए गए। लेकिन वो भागने में सफल रहा।

पुलिस की गिरफ्त में शिव कुमार ने बताया कि सिद्दीकी की हत्या के बाद उसने अपना फोन फेंक दिया और फिर पुणे भाग गया। वहां से वो झांसी गया और लखनऊ होतो हुए बहराइच पहुंचा। यहां से वो नेपाल भागने की फिराक में था।

रास्ते में वो गैंग के सदस्य व हैंडलर्स के फोन से अपने आकाओं से संपर्क कर रहा था। रास्ते में उसने एक अनजान के फोन से अनुराग कश्यप से बातचीत की, जिसने उसे बताया था कि उसके नेपाल में छिपने की व्यवस्था कर दी गई है।