झारखंड के दुमका में स्पेनिश ट्रैवल व्लॉगर के साथ 7 लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। इस घटना से पूरा देश शर्मसार है। वहीं पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर में पीड़िता ने अपनी आपबीती बताई है। पीड़िता की शिकायत के अनुसार, उसे और उसके पति को चाकू की नोंक पर धमकाया गया। उन्हें लात-घूसे मारे गए और पति को हाथ बांध दिए गए। इसके बाद 7 लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता के अनुसार, यह सब ढाई घंटे तक चलता रहा।

दरअसल, यह घटना तब हुई जब महिला और उसके साथी ने मेन रोड से लगभग एक किलोमीटर दूर जंगली पहाड़ी इलाके में टेंट लगाकर सो रहे थे। 2 मार्च को सुबह 2.05 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पीड़िता का बयान दर्ज किया गया और आईपीसी की धारा 376 डी (गैंगरेप) और 395 (डकैती) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।

एफआईआर में पीड़िता ने कहा कि सबसे पहले तीन लोगों ने उसके पति के साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। इसके बाद उसके साथ मारपीट की और उसके हाथ बांध दिए। महिला ने आरोप लगाया कि बाकी चार अन्य लोगों ने उसे ‘चाकू दिखाकर’ जबरदस्ती उठाया। इसके बाद सभी सात लोगों ने उसे जमीन पर गिरा दिया। लात-घूंसे मारे और बारी-बारी से दुष्कर्म किया। पीड़िता के अनुसार, “वे सभी नशे में लग रहे थे। यह घटना शाम करीब 7.30 बजे से रात 10 बजे के बीच हुई।”

दरअसल, यह कपल बाइक पर दुनिया घूमने निकला था। दोनों पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान से भारत पहुंचे थे। इसके बाद वे श्रीलंका गए थे और फिर भारत लौटे थे।

पीड़िता ने बताया उस रात क्या हुआ

पीड़िता ने एफआईआर में बताया, “सफर के दौरान हम कुमराहाट गांव, दुमका पहुंचे… पहले ही काफी देर हो चुकी थी तो हमने पास के जंगली पहाड़ी रास्ते पर रात भर रहने के लिए अपना टेंट लगा लिया। लगभग शाम 7 बजे जब हम अपने टेंट के अंदर थे। तभी हमने कुछ आवाजें सुनीं। हम टेंट से बाहर निकले तो देखा कि दो लोग फोन पर बात कर रहे थे। शाम करीब साढ़े सात बजे दो बाइक पर कुछ लोग आए। वे टेंट के पास आकर रुक गए और कहने लगे ‘हैलो दोस्तों’। हम हेड टॉर्च ऑन कर टेंट से बाहर आए और देखा कि पांच लोग (हमारी) ओर आ रहे हैं वहीं दो और लोग टेंट की तरफ बढ़ रहे हैं। वे लोकल भाषा में बात कर रहे थे और बीच-बीच में अंग्रेजी बोल रहे थे।”

एफआईआर में कहा गया है कि सभी सातों ने एक चाकू, घड़ी, हीरे की प्लैटिनम रिंग, एक चांदी की अंगूठी, ईयरपॉड, पर्स, क्रेडिट कार्ड, 11,000 रुपये, 300 अमेरिकी डॉलर सहित सारे सामान छीन लिए।

पीड़िता के अनुसार, “आरोपियों में से एक 28-30 साल का था जिसने सफेद दुपट्टा और सफेद टी-शर्ट पहन रखी थी। जबकि बाकी वयस्क थे। घटना के बाद वे गांव की ओर भाग गए”। हम अपनी बाइक लेकर किसी तरह मेन रोड पर आ गए। रात 11 बजे हंसडीहा पुलिस की एक रात्रि गश्ती दल ने हमें देखा और हमारी मदद की।” इसके बाद पीड़ित जोड़े को इलाज के लिए नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और उनके बयान दर्ज किए गए।

मामले में दुमका पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा” हमने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बाइकर्स पति-पत्नी मंगलवार को राज्य छोड़कर चले गए।”