मध्य प्रदेश के इंदौर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा चार के 9 साल के छात्र को उसके तीन क्लासमेट ने कम्पास सुई से 108 बार गोद दिया। जिससे छात्र बुरी तरह घायल हो गया। जब वह अपने घर पहुंचा तो उसके माता-पिता उसकी हालत देखकर हैरान रह गए। उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। दरअसल, सहपाठियों ने पीड़ित छात्र को राउंडर से 108 बार गोदा था। बता दें कि राउंडर का इस्तेमाल ज्यामिति की पढ़ाई में होता है। मामला सामने आने के बाद सीडब्ल्यूसी ने रिपोर्ट मांगी है। घटना का संज्ञान लेते हुए बाल कल्याण समिति (CWC ) ने सोमवार को पुलिस से जांच रिपोर्ट तलब की।

24 नवंबर की घटना

सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल ने मीडिया को बताया “हमें पता चला है कि एयरोड्रम थाना क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में 24 नवंबर को हुए झगड़े के दौरान चौथी कक्षा के छात्र के पैर पर उसके सहपाठियों ने ‘‘राउंडर’’ से कथित तौर पर 108 वार किए। यह मामला चौंकाने वाला है। हमने पुलिस से इसकी जांच रिपोर्ट मांगी है ताकि पता लगाया जा सके कि इतनी कम उम्र के बच्चों के इस हिंसक बर्ताव की वजह क्या है?’’

पोरवाल ने आगे कहा कि सीडब्ल्यूसी घटना से जुड़े सभी बच्चों और उनके परिजन की काउंसलिंग भी करेगी और पता लगाएगी कि क्या बच्चे हिंसक वीडियो गेम खेलते हैं? पीड़ित बच्चे के पिता ने आरोप लगाया कि प्राइवेट स्कूल में 24 नवंबर को दोपहर 2 बजे के आस-पास उनके बेटे पर उसके तीन सहपाठियों ने “राउंडर” से 108 वार किए, जिससे उसके शरीर पर गोदे जाने के निशान बन गए।

पिता ने कहा समझ नहीं आ रहा

उन्होंने आगे कहा, ‘‘मेरे बेटे ने घर आने पर आपबीती सुनाई। मुझे अब तक पता नहीं चल सका है कि मेरे बेटे के साथ उसके सहपाठियों ने इतना हिंसक बर्ताव क्यों किया? स्कूल मैनेजमेंट मुझे क्लास में लगे सीसीटीवी फुटेज भी नहीं दिखा रहा है।’’

पीड़ित बच्चे के पिता ने बताया कि उन्होंने एयरोड्रम पुलिस थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई है। मामले में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विवेक सिंह चौहान ने बताया कि इस शिकायत पर पीड़ित बच्चे की मेडिकल जांच कराई गई है। एसीपी ने कहा कि घटना से जुड़े सभी बच्चे 10 साल से कम उम्र के हैं और मामले में कानूनी प्रावधानों के तहत उचित कदम उठाए जा रहे हैं।