Coronavirus COVID-19, India Lockdown: 22 साल की गर्भवती महक खान की मौत के बाद महाराष्ट्र में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक महक खान को कई अस्पताल ने एडमिट करने से इनकार कर दिया और फिर अंत में ऑटोरिक्शा के अंदर ही उनकी मौत हो गई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता राम कदम ने महक खान का एक वीडियो भी शेयर किया है। वीडियो में नजर आ रहा है कि महिला ऑटोरिक्शा में मृत अवस्था में पड़ी हुई हैं। एक युवक भी महिला के साथ नजर आ रहे हैं। इसके अलावा पीपीई किट पहनी एक चिकित्सक महिला को होश में लाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया था। वीडियो में रोने की आवाज भी सुनाई दे रही है।

वीडियो शेयर करते हुए भाजपा नेता ने कि ‘मुंब्रा में एक गर्भवती महिला बच्चे के जन्म से पहले 2 घंटे तक एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर काटती रही औरत ने सड़क पर रिक्शे में ही दम तोड़ दिया?’

इसके बाद संजय निरुपम ने भी इस वीडियो को शेयर किया और लिखा कि ‘मुंबई के पास मुंब्रा में एक प्रेग्नेंट महिला कोरोना के इलाज के लिए भटकती रही। आखिरकार ऑटो रिक्शा में ही उसकी मृत्यु हो गई। जिन तीन अस्पतालों ने उसका इलाज करने से मना किया था, उनके मालिकों को अगले 24 घंटे में गिरफ्तार करना चाहिए और उन पर हत्या का केस चालाया जाना चाहिए।’

संजय निरुपम के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए भाजपा नेता ने दोबारा लिखा कि ‘हां, लेकिन महाराष्ट्र सरकार भी इसके लिए बराबर रुप से जिम्मेदार है? उनके लिए क्या? उनपर कौन से आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए? कृप्या कर इसके बारे में भी कहिए।’

इस मामले में मुंब्रा पुलिस ने 3 अस्पतालों के खिलाफ केस दर्ज किया है। घटना के बारे में विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि महक खान को प्रसव पीड़ा हुई हुई थी जिसके बाद उनके परिवार वाले उन्हें भर्ती करने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर लगाते रह गए।

सबसे पहले महक के परिजन उन्हें लेकर बिलाल हॉस्पिटल में गए। यहां अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें एडमिट करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद उन्हें Prime Criticare Hospital ले जाया गया। लेकिन जब यहां भी उन्हें एडमिशन नहीं मिला तब उन्हें Universal Hospital में ले जाया गया। परिवार वाले यूनिवर्सल अस्पताल से अब महक को कही और ले जाना चाहते थे लेकिन तब तक ऑटोरिक्शा में उन्होंने दम तोड़ दिया।